रतलाम. प्रदेश सरकार ने किसानों से 6 रुपए किलो के हिसाब से प्याज खरीदी की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद से प्याज की कीमतों में तेजी शुरू हो गई है। गुरुवार को थोक मंडी में प्याज में एक रुपए प्रतिकिलो की तेजी आई और प्याज 2 से 7 रुपए प्रतिकिलो बिका।
दो दिन पहले मंडी में 19 हजार बोरी प्याज की आवक थी। गुरुवार को यह 10 हजार रुपए तक सिमट गई। सीएम की घोषणा के बाद किसानों ने प्याज रोक लिया है। इससे मंडी में आवक घटकर आधी रह गई। सरकार प्याज की खरीदी 4 जून से शुरू करेगी और 30 जून तक मंडियों में प्याज की खरीदी होगी।

प्याज की कीमतें बढ़ने लगी तो आवक घटने लगी-थोक विक्रेता मोतीलाल बाफना ने बताया गुरुवार को कीमत में एक रुपए की तेजी आई है। अच्छी क्वालिटी का प्याज 7 रुपए प्रतिकिलो तक बिका है। आवक भी घट गई है। पहले जहां 19 हजार रुपए प्रति बोरी की आवक थी। वहीं अब आवक घटकर 10 हजार बोरी रह गई है।

आज भी आवक घटने की उम्मीद
सरकार की घोषणा के बाद प्याज की आवक आधी रह गई है। शुक्रवार को भी आवक कम ही रहने का अनुमान है। शनिवार से खरीदी शुरू होगी। इससे मंडियों में एक बार फिर आवक तेज रहने की उम्मीद है।

आखिर कैसे होगी खरीदी
प्रदेश सरकार ने प्याज खरीदी की घोषणा तो कर दी लेकिन खरीदी कैसे होगी। इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। मंडी में अभी जो प्याज 1 से 2 रुपए किलो बिक रहा है उसकी क्वालिटी कमजोर है और तीन दिन में ही खराब हो जाता है। ऐसे में सरकार खरीदेगी तो ऐसे प्याज का करेगी क्या। ऐसा प्याज बेच भी नहीं सकती क्योंकि बेचेगी तो खरीदेगा कौन।

अच्छी क्वालिटी का प्याज 7 रुपए प्रतिकिलो के मान से बिक रहा है। इससे किसान अच्छी क्वालिटी का प्याज तो 6 रुपए में बेचेंगे नहीं। क्योंकि गेहूं की तर्ज पर प्याज की कोई ग्रेड नहीं रहती। प्याज का मानक कौन तय करेगा कि किस क्वालिटी का प्याज है। इससे खरीदी के दौरान खराब प्याज आना लगभग तय है।

By parshv