मनमानी खुदाई के बाद तोड़े गए नल कनेक्शन ठीक नहीं करते हुए ठेकेदार कंपनी रामेश कंस्ट्रक्शन द्वारा रोके सीसी फोरलेन का काम निगम पांच दिन बाद भी चालू नहीं करवा पाया। उधर सड़क चौड़ाई 12 मीटर करने के लिए शनिवार को निगम ने आंबेडकर सर्कल से कोर्ट तिराहे तक के मकानों की नपती की। मालिकों द्वारा दिए दस्तावेज से चैक करने के बाद निगम एमओएस का उल्लंघन कर बनाई दुकानों को अगला हिस्सा हटाएगा।
आंबेडकर सर्कल से फव्वारा चौक तक सीसी फोरलेन का निर्माण पहले ही दिन से विवाद में उलझा है। पिछले रविवार को जेसीबी से शुरू हुई खुदाई में ठेकेदार ने मुख्य पाइप लाइन के साथ 13 मकानों के नल कनेक्शन तोड़ दिए थे। इससे रहवासियों को छह दिन से पानी नहीं मिला। जिला न्यायालय के सामने की पूरी सड़क खुदी पड़ी है, इससे रोज हजारों लोग परेशान हैं। निगम अधिकारी कार्रवाई करने की बजाए बेपरवाह बने हुए हैं। सिटी इंजीनियर सुरेशचंद्र व्यास ने बताया कि शनिवार को आंबेडकर सर्कल से कोर्ट तिराहे तक के मकानों की नपती की है। मकान मालिकों द्वारा दिए दस्तावेज से मिलाकर रिपोर्ट बनाएंगे। इसके बाद कार्रवाई करेंगे।
ठेकेदार से करेंगे वसूली
जलप्रदाय विभाग कार्यपालन यंत्री आरएम सक्सेना ने बताया कि कनेक्शन तत्काल ठीक करने के लिए ठेकेदार को नोटिस जारी कर दिया है। ठेकेदार नहीं करता है तो निगम करेगा। इसमें जितना भी खर्च आएगा, उसकी वसूली ठेकेदार से की जाएगी।
सड़क चौड़ी करने में बाधक बन रही दुकानों के मालिकों को निगम ने नोटिस जारी किए थे। जवाब के साथ मालिकों ने रजिस्ट्री, अनुमति सहित दस्तावेज सौंपे। शनिवार को निगम ने इन्हीं दस्तावेज के आधार पर नपती की। रिपोर्ट बनने के बाद एमओएस का उल्लंघन कर बनाई दुकानों का हिस्सा हटाएगा।