बेटी बचाओ बेटी बचाओ पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत महिला बाल विकास विभाग द्वारा अपराजिता के नाम से शहर की डेढ़ सौ बालिकाओं को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिलवाया गया। विगत 8 मार्च से आरंभ हुए इस प्रशिक्षण का समापन 24 मार्च को हुआ। आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर श्री पुरुषोत्तम ने कहा कि बालिकाओं को मजबूत बनाने, उनमें आत्मविश्वास पैदा करने के लिए मार्शल आर्ट प्रशिक्षण बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत लगातार जारी रहेगा। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री रजनीश सिन्हा, जिला खेल अधिकारी सुश्री रुबिका दीवान, महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक सुश्री एहतेशाम अंसारी, मार्शल आर्ट प्रशिक्षक श्री शोएब खान, खेल प्रशिक्षक श्री अमित मिश्रा तथा बालिकाएं उपस्थित थीं।
कार्यक्रम में उपस्थित बालिकाओं निशिका बोहरा, आरती जायसवाल, दुर्गा परमार, जया यादव, भूमिका ने अपने प्रशिक्षण अनुभव सुनाते हुए कहा कि मार्शल आर्ट में प्रशिक्षित होकर अब हमारे अंदर भरपूर आत्मविश्वास आ गया है। अब हम अकेले बाहर निकलने से भी डरते नहीं हैं। किसी भी अवांछित तत्व को मुंहतोड़ जवाब देने में अब हम सक्षम है, हमारे अंदर का डर खत्म हो गया है। इस अवसर पर कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने बालिकाओं को अपने संबोधन में बताया कि जिला मुख्यालय पर महिला बाल विकास विभाग की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के माध्यम से मार्शल आर्ट प्रशिक्षण लगातार जारी रहेंगे। हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री द्वारा महिला और बेटियों के विरुद्ध होने वाले अपराधों के विरुद्ध अत्यंत सख्त एवं कठोर रवैया अपनाया गया है। जिला प्रशासन भी प्रतिबद्ध है कि जिले में महिलाएं, बेटियां बगैर किसी भय के कहीं भी आवागमन करें। हम चाहते हैं कि रतलाम में बेटियों द्वारा मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट लाने का एक ट्रेंड बने।
कलेक्टर ने बेटियों से कहा कि वे आर्थिक रूप से भी सक्षम बने। आर्थिक स्वतंत्रता वास्तविक स्वतंत्रता का एक रूप है। कलेक्टर ने बालिकाओं से कहा कि छोटी सी घटना को भी नजरअंदाज नहीं करें। उसकी जानकारी उचित फोरम तथा स्थान पर देवें ताकि कार्रवाई हो सके। कलेक्टर ने बालिकाओं, महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी तथा पुलिस विभाग की महिला अधिकारियों का संयुक्त रूप से व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के लिए भी कहा जिसमें जानकारियों का आदान-प्रदान हो सके और किसी भी प्रतिकूल घटना पर प्रशासन द्वारा एक्शन ली जा सके। पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी ने कहा कि सही राह अपनाने से बालिकाएं सशक्त बनती हैं। आत्मरक्षा के लिए स्टेमिना के साथ अपना विल पावर भी मजबूत रखें और अन्याय का प्रतिकार अवश्य करें। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री रजनीश सिन्हा ने स्वागत उद्बोधन दिया। अंत में अतिथियों द्वारा बालिकाओं को किट सामग्री वितरित की गई।