प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पेसा, जन सेवा मित्र और मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों बैठक आयोजित कर जिले में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों के साथ सीएम जन सेवा मित्र एवं पैसा समन्वयक के साथ कार्य करें एवं संयुक्त बैठक प्रति सप्ताह आयोजित की जाकर कार्यों की सतत समीक्षा करें। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जमुना भिड़े, जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक श्री शिवप्रसाद मालवीय, जिला समन्वयक जन अभियान परिषद श्री रत्नेश विजयवर्गीय, सीएम फेलो श्री मयंक पांडे, जन सेवा मित्र पेसा जिला समन्वयक श्री दिनेश वसुनिया, हार्टफुलनेस संस्था से श्री नीलेश शुक्ला आदि उपस्थित थे।
बैठक में श्री विभाष उपाध्याय ने निर्देश दिए कि नवांकुर संस्थाएं जन अभियान परिषद की रीड के समान है। संस्थाओं को सक्रियता के साथ कार्य करना चाहिए। श्री उपाध्याय ने कहा कि जन अभियान परिषद के साथ-साथ सीएम जनसेवा मित्र, पेसा, समन्वयक का कार्य उद्देश्य एक जैसा ही है। रतलाम जिले में अच्छा समन्वय देखने में आ रहा है। आगामी समय में कुछ अशासकीय संस्थाओं, सामाजिक समूह और नवांकुर संस्थाओं के साथ एक संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी। श्री उपाध्याय ने कहा कि पेसा एक्ट के प्रावधानों का ठीक से अध्ययन करें। उन्होंने प्रशिक्षण के साथ ही अवेयरनेस पर भी जोड़ दिया।उन्होंने पैसा ग्रामों को चिन्हित करने और नेतृत्व भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग के साथ जन अभियान परिषद के अनुबंध के आधार पर एक ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा गया है जो नासिक की संस्था द्वारा दिया जाएगा। बैठक में श्री उपाध्याय ने जिला समन्वयक तथा ब्लॉक समन्वयको निर्देशित किया कि वनवासी ग्रामों में अधिक से अधिक प्रवास करें। उन्होंने विश्व योग दिवस 21 जून की तैयारियों के संबंध में भी चर्चा की। बताया कि प्रदेश में लगभग एक करोड़ लोग योग करेंगे। इस बार योग के साथ ही ध्यान को भी जोड़ा गया है।
श्री उपाध्याय ने निर्देश दिए कि प्रत्येक ब्लाक स्तर पर पांच पांच विशेष रूप से गांव का चयन किया जाकर वहां भ्रमण किया जाए। शासकीय योजनाओं का समग्र क्रियान्वयन वहां पर शत-प्रतिशत रूप से कराया जाए। हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत शत-प्रतिशत हितग्राहियोंको लाभान्वित कर मॉडल ग्रामों के रूप में विकसित किया जाए। उन्होंने तात्कालिक एवं सर्वकालिक कार्यों की परिभाषा बताते हुए उनको कार्य योजना में शामिल करने की बात कही।इस दौरान श्री उपाध्याय ने जिले में फलदार वृक्ष लगाने का आह्वान किया ताकि पक्षियों आदि को फल आहार मिल सके। कोरोना काल में गठित की गई आपदा प्रबंधन समितियों को पुनर्जीवित कर उनका मैनेजमेंट समूह के रूप में उपयोग करने, गौशालाओं में गोपालन को प्रोत्साहन देने, गौशाला की बजाए गायों को किसान के घर में स्थान मिलने,,शासन की कल्याणकारी योजनाओं का मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन करने की बात कही। श्री उपाध्याय ने रतलाम जिले के बांगरोद में संचालित गौशाला की सराहना करते हुए उसे देश में एक अनुपम उदाहरण बताया। इसी प्रकार रतलाम की पद्मश्री डॉ. लीला जोशी का उदाहरण देते हुए उनके कार्यों को प्रेरणादायक बताया।
सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिड़े ने भी समन्वय के साथ कार्य करने की बात कहते हुए जिले की जानकारी से अवगत कराया। बैठक में परिषद के विकासखण्ड समन्वयक, सीएमसीएलडीपी परामर्शदाता, नवांकुर संस्था पदाधिकारी, जन सेवा मित्र, पेसा समन्वयक उपस्थित रहे। कार्यक्रम संचालन श्री रत्नेश विजयवर्गीय ने किया। बैठक के अंत में वंदे मातरम का गायन हुआ।