जिले के गंभीर रोगियों को चिकित्सा सेवा प्रदान करने हेतु लाईफ लाइन एक्सप्रेस नामक ट्रेन 29 जनवरी से 18 फरवरी के मध्य रतलाम में पड़ाव करेगी। चलते-फिरते अस्पताल के रूप में उक्त ट्रेन विभिन्न मेडिकल उपकरणों तथा कुशल चिकित्सकों से लेस होगी, जिसमें जिले के गंभीर रोगियों का स्थल पर ही इलाज किया जायेगा। जिला कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने आज आयोजित टी. एल. बैठक में उक्त 21 दिवसीय विशेष चिकित्सा शिविर की जानकारी देते हुए आयोजन के बेहतर प्रबंधन हेतु सिविल सर्जन, सी. एच. एम. ओ. तथा महिला एवं बाल विकास विभाग को दायित्व सौपें हैं।
कलेक्टर ने बताया कि महेन्द्रा एंड महेन्द्रा ग्रुप द्वारा उक्त ट्रेन में एपिलेप्सी, मोतियाबिंद, कान का बहना, कटे-फटे होंठ, मुख, स्तन तथा सरवाइकल कैंसर एवं मिर्गी व दंत संबंधी रोगों का उपचार किया जायेगा। इस हेतु जिले के सभी ग्रामों एवं शहर के वार्डों में ए. एन. एम, एम. पी. डब्ल्यू, आशा एवं आंगनबाड़ी के मैदानी कार्यकर्ता घर-घर जाकर उक्त चिकित्सा शिविर की जानकारी देगें एवं मरीजों की पहले विकास खण्ड स्तर पर चिकित्सकों की टीम जांच करेगी, तत्पश्चात जिला स्तर पर परीक्षण उपरांत आवश्यक होने पर लाईफ लाइन एक्सप्रेस में उपचार प्रदान किया जायेगा। आवश्यकता उपस्थित होने पर ट्रेन में ही ऑपरेशन की कार्यवाही की जायेगी जहां मरीजो को ऑपरेशन उपंरात चिकित्सकों की देख-रेख में रखा जायेगा। प्रत्येक रोग के उपचार हेतु पृथक-पृथक दिवस निर्धारित किये गये हैं।
कलेक्टर ने टी. एल. बैठक में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विकास योजना के तहत बन रही सडकों की कार्यप्रगति की भी जानकारी ली व अचलपुरा से बावनघाटी तक निर्माणाधीन सड़क के धीमे कार्य पर असंतोष व्यक्त करते हुए उसे समयावधि प्रकरणों की सूची में शामिल करने के निर्देश दिये। रावटी में निमार्णधीन कन्या छात्रावास की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति से प्रत्येक टी. एल. बैठक में अवगत कराने हेतु भी उन्होने पी.आई.यू.के. ई.ई. को निर्देशित किया। निर्माणाधीन नवीन कलेक्टोरेट भवन में विभिन्न जिला स्तरीय कार्यालयों की बैठक व्यवस्था का भी उन्होनें कार्यालय प्रमुखों से चर्चा कर निर्धारण किया। निर्धारित व्यवस्था अनुसार भू-तल पर कलेक्टर, ए.डी.एम., एस.डी.एम.(शहर), एन.आई.सी. के कार्यालय तथा सम्बंधित अधिकारियों के न्यायलय, प्रथम तल पर जिले के अन्य एस.डी.एम., तहसीलदार, नायब तहसीलदार, उनके न्यायालय, चुनाव कार्यालय, भू-अभिलेख एवं द्वितीय तल पर उद्यानिकी, कृषि, पी.ओ.(जिला शहरी विकास अभिकरण), महिला एवं बाल विकास आदि विभागों के कार्यालय रहेगें। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग को भवन में झूलाघर संचालित करने हेतु किसी कार्यकुशल अशासकीय संगठन से सम्पर्क करने के भी निर्देश दिये, जहां बच्चों के खिलौनो सहित उनकी समुचित परवरिश की स्वच्छ वातावरण में व्यवस्थाएं रहेगी।
कलेक्टर के निर्देश पर रतलाम विकास प्राधिकरण में संचालक मण्डल की बैठक शीघ्र आयोजित की जायेगी। विकास योजनाओं को गति देने हेतु प्रस्तावित उक्त बैठक में अविक्रीत सम्पतियां तथा विक्रय की जा चुकी सम्पतियां, निविदा प्रस्तावों तथा नवीन कार्ययोजनाओं को मंजूरी दी जायेगी। निराश्रित लोगों की बैठक व्यवस्था हेतु जिला चिकित्सालय में यात्री प्रतिक्षालय का निर्माण, बंद पड़ी नल-जल योजनाओं को 15 दिवस की अवधि में चालू कराये जाने तथा गृह निर्माण मण्डल की विभिन्न योजनाओं में विकास कार्यों हेतु नगर निगम द्वारा मंजूरी दिये जाने संबंधी विभिन्न प्रकरणों में कलेक्टर ने शीघ्रता करने के निर्देश जारी किये।