मनुष्य के विचारों में किस गुण की प्रधानता है इसका निर्धारण उस मनुष्य की हाथ की हथेलियों में स्थित विभिन्न ग्रहों के पर्वत एवं उंगलियों को देखकर किया जा सकता है लेकिन क्या आप जानते हैं हाथों के रंग से भविष्य को भी जाना जा सकता है? आपके हाथों का रंग बदलने लगे तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है या उज्जवल भविष्य का आगाज भी। तो आईए जानें क्या कहता है हस्तरेखा विज्ञान….
- चित्तीदार और गुलाबी हथेली वाले मिलनसार और भद्र प्रवृति के होते हैं। वह प्रसन्नचित और स्वस्थ जीवन व्यतित करते हैं।
- हथेलियों का गुलाबी रंग सर्वोत्तम होता है। ऐसे लोग तन और मन से बहुत अच्छे होते हैं।
- हथेलियों का सामान्य रंग धीरे-धीरे हल्का लाल होने लगे तो भविष्य में ब्लडप्रैशर होने की संभावना प्रबल हो जाती है।
- हथेली का रंग लाल हो तो ऐसे व्यक्ति का व्यक्तित्व प्रभावशाली होता है। समृद्ध व धनी व्यक्ति की हथेली का रंग ‘रक्त वर्ण’ यानी लाल होता है। वह जल्दी ही उत्तेजित हो जाता है। ब्लड प्रैशर तथा र्मिर्गी रोग की संभावना उसे जीवन पर्यंत होती है।
- काले, भूरे या मटमैले रंग की हथेली वाले लोग कर्मठ नहीं होते। ये लोग अपने भीतर रहस्य छुपा कर रखते हैं। बात-बात पर झूठ बोलते हैं, पुरुषार्थ की कमी होती है, निस्तेज व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं, स्वास्थ्य की समस्याओं से घिरे रहते हैं।
- नीला या बैगनी रंग अशुद्ध रक्त प्रवाह का सूचक है। ऐसे जातकों को जीवन बोझ लगता है। ये शराबी, निराशावादी, एकान्तवासी और चिड़चिड़े स्वभाव के होते हैं।
- गहरा पीला रंग हथेली का हो तो ऐसा जातक स्वार्थी होता है। अपने निराशावादी स्वभाव के कारण यह हमेशा जीवन के अंधेरे पक्ष को देखता है। आलस्य के कारण प्रगति नहीं कर पाते।