ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज़ से पहले ऑफ़ स्पिनर आर अश्विन नजर आ रहे थे ऑफ कलर लेकिन अश्विन ने बदले के इस सीरीज़ में सभी के जुबान पर लगा दिया ताला। अश्विन बने सीरीज के सबसे बड़े हीरो।सीरीज़ शुरू होने से पहले इस गेंदबाज़ की काबलियत पर बड़ा सवाल था। इंग्लैंड के खिलाफ खराब टेस्ट सीरीज़ और जरूरत से ज्यादा वैरिएशन के इस्तेमाल करने के लिए हर कोई अश्विन की… ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज़ से पहले ऑफ़ स्पिनर आर अश्विन नजर आ रहे थे ऑफ कलर लेकिन अश्विन ने बदले के इस सीरीज़ में सभी के जुबान पर लगा दिया ताला। अश्विन बने सीरीज के सबसे बड़े हीरो।सीरीज़ शुरू होने से पहले इस गेंदबाज़ की काबलियत पर बड़ा सवाल था। इंग्लैंड के खिलाफ खराब टेस्ट सीरीज़ और जरूरत से ज्यादा वैरिएशन के इस्तेमाल करने के लिए हर कोई अश्विन की आलोचना कर रहा था लेकिन कंगारूओं के खिलाफ अपने फिरकी के चक्रव्यूह में विरोधी बल्लेबाज़ों का फंसाकर अश्विन ने सङी सवालों का जवाब दे दिया। पूरी सीरीज़ में ऑस्ट्रेलियाई टीम अश्विन के आगे आत्मसमर्पण करती हुई नज़र आई। सीरीज़ के हर मुकाबले में अश्विन की फिरकी कमाल करती दिखी और अश्विन ने चटकाए 4 मुकाबलों में तकरीबन 20 की औसत से 29 शिकार किए। अश्विन अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक सीरीज़ में सबसे ज्यादा विकेट लेने के लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। यही वजह है कि अश्विन बने मैन ऑफ द सीरीज़।सीरीज़ के हर टेस्ट में अश्विन ने जीत में अहम किरदार निभाया। चेन्नई में 12 शिकार किए, हैदराबाद में 6 विकेट चटकाए, मोहाली में 4 विकेट हासिल किए और फिर दिल्ली में 7 सफलताएं हासिल की। सीरीज़ में अश्विन ने ऑफ़ स्पिन को अपने प्रमुख हथियार बनाया और गेंद की रफ्तार में समय समय पर बदलाव करके कंगारुओं को परेशानी में डाला। रही सही कसर अश्विन कैरम बॉल से पूरी कर दी। जाहिर है ऐसे प्रदर्शन के बाद अश्विन ने साबित कर दिया है कि वो टीम इंडिया के लीडिंग स्पिनर बन चुके हैं और वो सिर्फ एक या दो सीरीज़ के हीरो नहीं बल्कि लंबी रेस के घोड़े हैं।