नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट को झकझोर देने वाले आईपीएल स्पाट फिक्सिंग प्रकरण के मद्देनजर हॉकी इंडिया भी चौकस हो गई है और खिलाडिय़ों को एफआईएच विश्व लीग का तीसरे दौर खेलने के लिए हालैंड जाने से पहले खास दिशा निर्देश दिये गए। भारतीय टीम के कप्तान सरदार सिंह ने बताया कि आईपीएल फिक्सिंग कांड के खुलासे के बाद करीब 10 दिन पहले हमें मुख्य कोच माइकल नोब्स और साइ के अधिकारियों ने फिक्सिंग, डोपिंग जैसे मसलों पर खास दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमें बताया गया कि कोई भी अनजान व्यक्ति यदि खिलाडिय़ों से संपर्क करता है तो कोच और सहयोगी स्टाफ को इसके बारे में पहले बताया जाए। वहीं हॉकी इंडिया के महासचिव नरिंदर बत्रा ने कहा कि एफआईएच के भ्रष्टाचार निरोधक दिशा निर्देशों का पहले ही से पालन हो रहा है लेकिन इस बार आईपीएल स्कैंडल के कारण सख्ती बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि हम बीसीसीआई की तरह बड़ा संगठन नहीं है लेकिन अपने स्तर पर सारे उपाय कर रहे हैं। अब खिलाडिय़ों के एजेंटों का टीम शिविरों और होटल में प्रवेश निषेध कर दिया गया है। इसके अलावा खिलाडिय़ों के फोन नंबर पुलिस को दिए गए हैं जिससे वे चाहे जो काल रिकार्ड मानीटर कर सकते हैं। मुख्य कोच नोब्स ने कहा कि हॉकी खेलने वाले हर देश में शिविरों और टूर्नामेंट से पहले खिलाडिय़ों को इस तरह के दिशा निर्देश दिये जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने खिलाडिय़ों को फिक्सिंग, डोपिंग जैसी बुराइयों से दूर रहने के लिए एफआईएच के दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए कहा। यह पूछने पर कि क्या हॉकी इंडिया लीग जैसे लुभावने टूर्नामेंटों के भारत में आयोजन से हॉकी सट्टेबाजों के निशाने पर आने का खतरा है, सरदार ने कहा कि जिस खेल में भी पैसा आएगा, वहां ऐसी बुराइयां आ सकती है। दुनिया में जिस भी खेल में पैसा आयेगा, वहां इस तरह की बुराइयां आने का खतरा रहता है लेकिन यह खिलाडिय़ों पर है कि वे इससे कैसे निपटते हैं।
















































