क्रिकेट को अलविदा कहें सचिन: कपिल देव

0

सचिन का अब सवालों में होना कोई नईं बात नहीं है। ऑस्ट्रेलिया सीरीज में बल्ले से फेल रहे सचिन की रिटायरमेंट की आवाज़े फिर तेज़ होती जा रही है और इस बार सचिन पर सवाल खड़े किए हैं पूर्व विश्व विजेता कप्तान कपिल देव ने।ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्ले से औसत प्रदर्शन के चलते जीत के बावजूद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं। सचिन प… क्रिकेट को अलविदा कहें सचिन: कपिल देवसचिन का अब सवालों में होना कोई नईं बात नहीं है। ऑस्ट्रेलिया सीरीज में बल्ले से फेल रहे सचिन की रिटायरमेंट की आवाज़े फिर तेज़ होती जा रही है और इस बार सचिन पर सवाल खड़े किए हैं पूर्व विश्व विजेता कप्तान कपिल देव ने।ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्ले से औसत प्रदर्शन के चलते जीत के बावजूद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं। सचिन पर फिर से उंगुलियां उठनी शुरू हो गई है और इस बार मास्टर पर सवाल खड़े किए है विश्व विजेता कप्तान कपिल देव ने। कभी सचिन के साथ खेलने वाले और सचिन के कप्तान रहते भारतीय टीम के कोच रहे कपिल देव ने मास्टर को क्रिकेट से अलविदा कहने की सलाह दी है। कपिल ने सचिन से गुज़ारिश की है कि वो रिटायरमेंट लेने का दर्द भरा फैसला जल्द लें और युवाओं के लिए रास्ता खोलें।कपिल ने कहा, ‘सचिन अपने करियर के अंत पर है और सबको यह मानना चाहिए कि अब वो वैसा नहीं खेलेंगे जैसे वो पहले खेलते थे, अगर सचिन लगातार तीन शतक भी बना दें, तब भी मेरे विचार उनके लिए नहीं बदलेंगे, सचिन को ये समझना होगा कि उम्र सिर्फ एक नंबर नहीं है, इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप में क्रिकेट के लिए कितना उत्साह है, सचिन को दूसरे की उन्नति में आड़े आने से बचना होगा।’ वैसे कपिल ने पहले भी कहा था कि सचिन को विश्व कप की जीत के बाद इंटरनेशमनल क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए था।मास्टर से रूठी फॉर्मदरअसल अगर कपिल यह कह रहे हैं तो उसके पीछे वजहें भी हैं। लंबे समय से सचिन बुरे दौर से गुज़र रहे हैं। मैच दर मैच मास्टर बड़ी पारी खेलने में नाकाम हुए है और फॉर्म भी अब उनके साथ नजर नहीं आती। बात कुछ पारियों की होती तो शायद मास्टर पर अंगुलिया नहीं उठती लेकिन सचिन को शतक जड़े 38 पारी और दो साल बीत चुके हैं। जवनरी 2011 में शतक जड़ने के बाद सचिन ने 38 टेस्ट पारियां खेली हैं जिसमें 32 (32.19) की मामूली औसत से महज़ 1159 रन बनाए हैं। सचिन के करियर में टेस्ट में शतक का सूखा कभी इतना लंबा नहीं रहा है। हालांकि इस बुरे वक्त में बोर्ड सचिन के साथ है और बीसीसीआई चीफ पहले ही मास्टर को बाकी क्रिकेटरों से अलग बता चुके हैं। उनका मानना है कि भारत के महानम क्रिकेटर के रिटायरमेंट के बारे में बात करना गलत होगा। जाहिर है सचिन पर सवाल खड़े करने वालों की कमी नहीं है लेकिन शायद मास्टर के फैंस और बोर्ड ट्रांसिशन के इस दौर पर सचिन को टीम के साथ देखने चाहता है।