वित्त मंत्रालय ने क्रिकेट ऐसोसिएशनों को झटका देना शुरू कर दिया है. मंत्रालय ने कुछ ऐसोसिएशनों को दी गई इनकम टैक्स में छूट अब वापस ले ली है. यही नहीं अब उनके पुराने मामलों की भी जांच होगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने टैक्स में छूट के लिए कोई धोखाधड़ी तो नहीं की थी.
गुरुवार को जारी एक ऐलान के तहत सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन, बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन, केरला क्रिकेट एसोसिएशन और महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन को टैक्स में दी गई छूट वापस ले ली गई है.
जानकारी के अनुसार इनकम टैक्स अधिकारियों ने सभी के कामकाज को ध्यान से देखने के बाद यह फैसला किया है. अधिकारी इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि ये एसोसिएशन जिस तरह की गतिविधियां चला रहे हैं वह दरअसल कमर्शल यानी मौद्रिक लाभ के लिए किए जाने वाले काम हैं. ऐसे में उन्हें इनकम टैक्स एक्ट,1961 के सेक्शन 2(15) में बदलाव के बाद अब पहले जैसी सुविधाएं नहीं मिल सकती हैं.
इसके साथ ही उनके पिछले मामलों की भी जांच होगी ताकि यह पता चल सके कि उन्होंने टैक्स में छूट सही आधार पर लिया था या नहीं. अगर कोई गड़बड़ी पाई गई तो उन्हें जुर्माने के साथ टैक्स भरना होगा.
गौरतलब है कि कई व्यक्तियों और संगठनों ने पहले भी इन क्रिकेट एसोसिएशनों को इनकम टैक्स में छूट नहीं दिए जाने की मांग की थी. उनका आरोप था कि ये एसोसिएशन चैरिटी का कोई काम नहीं करते हैं बल्कि उल्टा पैसे कमाने का काम कर रहे हैं.