चेन्नई ने पुणे को पूरे 37 रन से दी करारी शिकस्त और इस जीत के साथ ही चेन्नई की हो गई टूर्नामेंट में अब आठ जीत। आखिरकार चेन्नई के सुपरकिंग्स ने ले लिया पुणे वॉरियर्स से पिछली हार का बदला। चेन्नई के सामने नहीं चला पुणे का जोर, टेबल टॉपर चेन्नई ने दर्ज की पुणे के घर पर धमाकेदार जीत दर्ज। धोनी की धांसू पारीचेन्नई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किय…
चेन्नई ने पुणे को पूरे 37 रन से दी करारी शिकस्त और इस जीत के साथ ही चेन्नई की हो गई टूर्नामेंट में अब आठ जीत। आखिरकार चेन्नई के सुपरकिंग्स ने ले लिया पुणे वॉरियर्स से पिछली हार का बदला। चेन्नई के सामने नहीं चला पुणे का जोर, टेबल टॉपर चेन्नई ने दर्ज की पुणे के घर पर धमाकेदार जीत दर्ज। धोनी की धांसू पारीचेन्नई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन इस बार हसी और साहा नहीं दे सके टीम को शानदार शुरुआत। हसी पांच तो साहा तेरह रन बनाकर चलते बने लेकिन इस मुकाबले में रैना ने खेली जबरदस्त पारी। रैना पचास गेंदों में पांच चौके और एक छक्के की मदद से 63 रन बनाकर नॉट आउट रहे। रैना के अलावा बद्रीनाथ के बल्ले से भी निकले कुछ अच्छे शॉट्स। बद्रीनाथ ने इक्कतीस गेंदों में 34 रन बनाए लेकिन चेन्नई को एक सौ साठ का स्कोर पार कराने में असल हाथ रहा इस टीम के कप्तान और धांसू बल्लेबाज एमएस धोनी का जिन्होंने पुणे की गेंदबाजों कि की जमकर धुनाई। धोनी ने सोलह गेंदों में चार चौके और तीन दनदनाते छक्कों के साथ जड़े 45 रन। यह धोनी का ही धमाका रहा जो चेन्नई रही बीस ओवर में तीन विकेट खोकर 164 रन बनाने में कामयाब। पुणे के सामने 165 का टारगेटचेन्नई की चुस्त फील्डिंग के सामने पुणे वॉरियर्स के बल्लेबाजों का हाल बेहद खराब रहा। इस टीम का कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देर नहीं टिक सका फिर वो कप्तान फिंच हो या फिर देसी स्टार। खासकर सिक्सर किंग युवराज सिंह ने एक बार फिर निराश किया और इस मुकाबले में युवी के बल्ले से निकले सिर्फ पांच रन। स्मिथ ने जरूर पैंतीस रन बनाए लेकिन वो अकेले बेचारे क्या करते। बल्लेबाजों के ऐसे बेदम प्रदर्शन की वजह से पुणे बीस ओवर में नौ विकेट खोकर सिर्फ 127 रन ही बना सकी। चेन्नई की ओर से युवा गेंदबाज मोहित शर्मा ने एक बार फिर दिखाया तेजी का दम औऱ चार ओवर में इक्कीस रन देकर तीन विकेट झटके। साफ है चेन्नई विजय रथ पर सवार है लेकिन इस हार के बाद पुणे का प्लेऑफ में पुहंचना लगभग नामुमकिन सा है।