चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का पलड़ा लग रहा है भारी और इसकी वजह भारतीय टीम के बल्लेबाज़ों का शानदार प्रदर्शन है। आईपीएल की फॉर्म को लेकर इंग्लैंड पहुंचे भारतीय बल्लेबाज़ों ने प्रैक्टिस मैचों में दोनो बार तीन सौ का स्कोर खड़ा कर बता दिया कि दमदार बल्लेबाज़ी बना सकती है टीम इंडिया को चैंपियन्स का चैंपियन।चैंपियंस ट्रॉफी से पहले खेले गए दोनो मुकाबल… चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का पलड़ा लग रहा है भारी और इसकी वजह भारतीय टीम के बल्लेबाज़ों का शानदार प्रदर्शन है। आईपीएल की फॉर्म को लेकर इंग्लैंड पहुंचे भारतीय बल्लेबाज़ों ने प्रैक्टिस मैचों में दोनो बार तीन सौ का स्कोर खड़ा कर बता दिया कि दमदार बल्लेबाज़ी बना सकती है टीम इंडिया को चैंपियन्स का चैंपियन।चैंपियंस ट्रॉफी से पहले खेले गए दोनो मुकाबलो में टीम इंडिया ने बनाए 300 से ज्यादा रन और दोनो मुकाबलो में की जीत दर्ज और अब बल्लेबाज़ों की यही जानदार फॉर्म टीम इंडिया के लिए लिखेगी चैंपियन्स के इम्तिहान में भी जीत की नई इबारत।तिकड़ी मचाएगी धमालभारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर इस समय पैक है इनफॉर्म बल्लेबाज़ों से। कार्तिक, धोनी और कोहली के बल्ले से निकल रहे है जमकर रन। आईपीएल की शानदार फॉर्म को लेकर कार्तिक इंग्लैंड पहुंचे है और यहां भी वह मचा रहे है खूब धमाल। दोनो प्रैक्टिस मैचो में कार्तिक ने लगाए है बैक-टू-बैक सैंकडे। कार्तिक ने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 106 रनों की पारी खेली थी। तो वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए थे नाबाद 146 रन।मतलब यह की इंग्लैंड की सरज़मी पर अभी तक कार्तिक को कोई गेंदबाज़ नहीं कर सका है आउट, तो वहीं कैप्टन कूल धोनी मुश्किल समय में खड़े होकर लगा रहे टीम की नैया पार। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी धोनी जिस समय मैदान में उतरे तो टीम इंडिया 55 रनों पर अपने 5 विकेट गवां चुकी थी। लेकिन कार्तिक के साथ मिलकर धोनी ने दिया टीम इंडिया को सहारा। धोनी ने खेली थी 77 गेंदों में 91 रनों की ताबड़ तोड पारी और टीम इंडिया का स्कोर 300 के पार पहुंचाने में निभाई थी अहम भुमिका। धोनी के अलावा कोहली का बल्ला भी जमकर रन बरसा रहा है। इंग्लैंड की सरजमीं पर आते ही कोहली के युवा कंधो ने अपना जौहर दिखाना शुरू कर दिया था। कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ खेले गए प्रैक्टिस मैच में बनाए थे 144 रन और टीम इंडिया 333 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर चेस करते हुए जीत गयी थी मैचसलामी का संकटदो प्रैक्टिस मैचों में टीम इंडिया के लिएअ की सबसे बडज़ी चिंता की बात है तो वो है अब सलामी जोड़ी का सेटल नहीं होना। गौती वीरू की गैर-मौजूदगी में ज़िम्मा मुरली और धवन के कंधों पर है लेकिन दोनों हैं अब तक पूरी तरह फेल। दो प्रैक्टिस मैचों में मुरली विजय ने बनाए हैं कुल 19 रन तो धवन के बल्ले से निकले सिर्फ 18 रन, अलावा इसके रिजर्व ओपनर रोहित शर्मा दो मैचों में बना पाए हैं सिर्फ 15 रन लेकिन अगर अफ्रीका जैसे मज़बूत गेदबाज़ी अटैक के सामने बजाना है जीत का बिगुल तो न सिर्फ मिडिल ऑर्डर को बल्कि टॉप ऑर्डर को भी उठानी पड़ेगी जिम्मेदारी।