धवन शिखर पर खड़े हैं तो मूछों के साथ जडेजा का जादू सिर चढ़ कर बोल रहा है। फाइनल मैच में जडेजा ने ना सिर्फ बल्ले और गेंदबाज से मचाया गदर बल्कि पूरी सीरीज में वो रहे बारह विकेट लेकर हाईस्ट विकेट टेकर बॉलर और इसका फायदा उन्हें रैंकिंग में भी हुआ है।यही है टीम इंडिया की यंग ब्रिगेड का चैंपियन बनने का राज, यह एक दूसरे के लिए भरोसा ही है जो धोनी का ये धु…
धवन शिखर पर खड़े हैं तो मूछों के साथ जडेजा का जादू सिर चढ़ कर बोल रहा है। फाइनल मैच में जडेजा ने ना सिर्फ बल्ले और गेंदबाज से मचाया गदर बल्कि पूरी सीरीज में वो रहे बारह विकेट लेकर हाईस्ट विकेट टेकर बॉलर और इसका फायदा उन्हें रैंकिंग में भी हुआ है।यही है टीम इंडिया की यंग ब्रिगेड का चैंपियन बनने का राज, यह एक दूसरे के लिए भरोसा ही है जो धोनी का ये धुरंधर इंग्लिश धरती पर हुए इम्तिहान में हुआ अव्वल दर्ज से पास। टीम इंडिया अगर इंग्लैंड को मात देकर चैंपियन बन पाई तो इसकी वजह रहे ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा। फाइनल मुकाबले में जब टीम 100 रन के आसपास सिमट रही थी जड्डू ने 25 गेंदों में 33 रन जडकर टीम को पहुंचाया सवा सौ के पार और फिर जब इंग्लैंड जीत की और अग्रसर था तो पहले बेल और फिर अंतिम पलों में बटलर को पैविलियन भेज कर रोक दिया अंग्रेज़ों का रथ। जडेजा के इसी ऑलराउंडर प्रदर्शन के दम पर मिला मैन ऑफ द मैच।सिर्फ फाइनल ही नहीं चैंपियनस के रण में हर बार डट कर मोर्चा संभाला जडेजा ने कल तक इस खिलाड़ी पर था धोनी के सिफारशी होने का टैग। IPL में चेन्नई कनेक्शन का दाग लेकिन सीरीज दर सीरीज जडेजा लिखते रहे कामयाबी की दास्तां। अपने प्रदर्शन से साबित कर दिया की वो सिर्फ और सिर्फ काबिलियत के दम पर बने है नीली जर्सी के हकदार। जब बल्ले से पड़ी जरुरत तो इस जाबांज ने खेले दनदनाते शॉट्स, जब गेंद से आई विकेट लेने की बारी तो निकाल के दिए हर बार विकेट।चैंपियन्स ट्रॉफी में जडेजा रहे सबसे कामयाब गेंदबाज। टूर्नामेंट में उनको छोड़कर कोई भी बॉलर नहीं ले सका बारह विकेट। इधर बल्लेबाजी में इस ऑलराउंडर ने खेली कई अहम पारियां। इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल फाइट में बीस-बीस के मैच में जडेजा ने बल्ले से रंग दिखाए तो लीग मैचों में अफ्रीका के महज जडेजा ने जड़े थे 29 बॉल में 47 रन। बात सिर्फ प्रदर्शन की नहीं है बल्कि जडेजा सात नम्बर के वो सितारे हैं जिनकी वजह से मिलता है अब टीम इंडिया को बैलेंस। जडेजा के टीम में बने रहने से बना रहता है धोनी का सात चार का फेवरेट कॉम्बिनेशन। जाहिर है यंगिस्तान की जान हैं अब जडेजा और अब उनके बिना टीम इंडिया अधूरी है।