भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी जीत इतिहास रच दिया है। लेकिन चैम्पियंस ट्रॉफी में मिली खिताबी जीत को एक सप्ताह भी नहीं हुआ है, लेकिन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि जश्न का दौर पूरा हो चुका और अब पूरा ध्यान वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ ट्राएंगल सीरीज पर है।धोनी ने सेल्कान मोबाइल कप के लॉन्च के मौके पर कहा, ”भारतीय क्रिकेट टीम से हमे…
भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी जीत इतिहास रच दिया है। लेकिन चैम्पियंस ट्रॉफी में मिली खिताबी जीत को एक सप्ताह भी नहीं हुआ है, लेकिन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि जश्न का दौर पूरा हो चुका और अब पूरा ध्यान वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ ट्राएंगल सीरीज पर है।धोनी ने सेल्कान मोबाइल कप के लॉन्च के मौके पर कहा, ”भारतीय क्रिकेट टीम से हमेशा समान अपेक्षायें रहती है। हर बार हमसे अपेक्षायें बढ़ जाती हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमने पिछली सीरीज जीती या हारी या मैदान पर क्या हुआ?”इस ट्राएंगल सीरीज में भारत को पहला मैच रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलना है। इस सीरीज में भी भारतीय टीम का पलड़ा भारी बताया जा रहा है, लेकिन धोनी इससे उत्साहित तो हैं लेकिन ओवरकॉन्फिडेंट नहीं। धोनी एक के बाद एक लगातार क्रिकेट के मैदान में रिकॉर्ड बना रहे हैं। क्रिकेट के जानकार इसे धोनी की बेहतरीन कप्तानी मानते हैं, लेकिन धोनी टीम की सफलता का श्रेय ड्रेसिंग रूम के दोस्ताना माहौल को देते हैं। जहां हर खिलाड़ी दूसरे की कामयाबी पर खुश होता है। इंग्लैंड में चैम्पियंस ट्रॉफी में मिली जीत से भारत का आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक का दर्जा बरकरार है। दो साल पहले विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के पास दोनों बड़े खिताब हो गए हैं।धोनी ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि उनके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो दबाव से नहीं डरते। उन्होंने कहा, ”मैं लकी हूं कि टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जो दबाव का डटकर सामना करते हैं। हम एक-दूसरे की सफलता का मजा लेते हैं जो टीम की जीत की कुंजी भी है। यदि शतक या अर्धशतक जमाने वाले खिलाड़ी से अधिक खुश मैं हूं तो आप समझ सकते हैं कि हमें इसी तरह का माहौल चाहिये, क्योंकि आखिर में तो यह टीम का खेल है।”कप्तान धोनी की नजर अब 2015 में होने वाले वर्ल्ड कप पर टिकी हुई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि धोनी इसीलिए टीम में यंग ब्रिगेड का तरजीह दे रहे हैं।