टीम इंडिया तैयार है चैंपियंस ट्रॉफ़ी की फ़ाइनल फ़ाइट में कप पर क़ब्ज़ा करने के लिए। फॉर्म टीम इंडिया के साथ है लेकिन पिछली बार इंगिलश सरजमी से खाली हाथ लौटने का रिकॉर्ड अंग्रेज़ों के साथ। धोनी ने भी कर दिया साफ कि टक्कर कांटे की होगी।धोनी के धुरधंर चैंपियंस ट्रॉफ़ी में जीत का चौका। अब माही आर्मी है जीत का सुनहरा इतिहास लिखने से बस एक क़दम दूर। फ़ाइ… टीम इंडिया तैयार है चैंपियंस ट्रॉफ़ी की फ़ाइनल फ़ाइट में कप पर क़ब्ज़ा करने के लिए। फॉर्म टीम इंडिया के साथ है लेकिन पिछली बार इंगिलश सरजमी से खाली हाथ लौटने का रिकॉर्ड अंग्रेज़ों के साथ। धोनी ने भी कर दिया साफ कि टक्कर कांटे की होगी।धोनी के धुरधंर चैंपियंस ट्रॉफ़ी में जीत का चौका। अब माही आर्मी है जीत का सुनहरा इतिहास लिखने से बस एक क़दम दूर। फ़ाइनल फ़्रटियर में अंग्रेज़ों का सूपड़ा साफ़ कर अब टीम इंडिया न सिर्फ बनेगी चैंपियनस की चैंपियन बल्कि पिछले दो साल में मिलीं हर हार का हिसाब भी हो जाएगा चुकता।याद कीजीए ये क्लीन स्वीप, फिर वन-डे और टी-20 में हार और पिछले ही साल घर पर मिली टेस्ट सीरीज़ में मिली हार का दर्द भी हो जाएगा कम। चैंपियंस ट्रॉफ़ी में मेजबान को घर पर दी गई हार धो देगी हार का हर कलंक। ये जीत देगी करोड़ों हिन्दूस्तानियों के दिल को सुकून।हार के जख्म अभी ताजा हैं लेकिन पिछले 2 साल का ट्रैक रिकॉर्ड भी बढ़ा रहा है टीम इंडिया का हौसला। इस दौरान भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए कुल 14 वनडे में भारत ने जीते हैं 8 मैच तो अंग्रेज़ों के खाते में आई हैं बस 5 जीत। अलावा इसके चैंपियन्स ट्रॉफी में टीम इंडिया को कभी नहीं हरा पाएं हैं अंग्रेज़। दो मैचों में भिडे हैं भारत और इंग्लैंड और दोनों बार टीम इंडिया ने मारी है बाज़ी। इतिहास ही क्यों वर्तमान भी है पूरी तरह धोनी की सेना के साथ।बल्लेबाज़ों का दमटीम का हर बल्लेबाज कर रहा है रनों की बरसात। टीम के ओपनर शिखर धवन हैं अब तक टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर। उनके बल्ले से अफ्रीका और विंडीज के खिलाफ़ शतक तो लंका के खिलाफ़ भी शानदार अर्धशतक निकल चुका है, अलावा इसके रोहित ,कार्तिक और अब तो कोहली भी लौट आए हैं रंग में।गेंदबाजों का गदरसेमीफाइनल में लंका के खिलाफ सीमर्स की जानदार गेदबाज़ी ने माही की रफ्तार की चिंता भी कर दी है दूर। इशांत लौटे चुके हैं रंग में तो, ओपनर्स को स्लिप में कैच कराने का ज़िम्मा निभा रहे हैं भुवनेश्वर। अब तक ईशांत के खाते में दर्ज हैं 8 विकेट तो भुवनेश्वर कर चुके हैं 6 शिकार तो फिरकी के उस्ताद जडेजा 10 विकेट लेकर टूर्नामेंट के दूसरे सबसे कामयाब गेंदबाज के पायदान पर खड़े हैं।फील्डिंग के सुपर हीरोचैंपियंस ट्रॉफ़ी में टीम इंडिया की फील्डिंग भी है लाजवाब। टीम का हर धुरंधर दिखा रहा है चीते सी तेजी, खास कर सुरेश रैना जिनकी मुस्तैदी ने कर रखा है विरोधी टीमों के नाक में दम।प्रैक्टिस की पावरटीम इंडिया हर डिपार्टमेंट में हिट है और साथ ही इस मैदान पर प्रैक्टिस मैच में लंका के खिलाफ़ 333 रन का लक्ष्य हासिल करने का कारनाम कर धोनी की टीम अपना दावा कर चुकी है पुख़्ता।तो टीम इंडिया के सुपरहीरो तैयार हैं आख़िरी चैंपियंस ट्रॉफ़ी में चैंपियन बनने के लिए और अपनी हर पुरानी हार का हिसाब चुकता करने के लिए।