कल चैंपिंयंस ट्रॉफी में पहला रोमांचक मैच हो ही गया। श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए इस मैच में सांस रोक देने वाला रोमांच दिखा। 139 रनों को डिफेंड करते हुए श्रीलंका ने किवी टीम के पसीने छुडा दिए। लेकिन मुकाबले में बाजी कीवीज टीम के हाथ लगी, न्यूज़ीलैंड ने लंका को 1 विकेट से दी मात।लंका-न्यूज़ीलैंड के बीच इस मुकाबले में रोमांच, एक्शन और थ्रिलर… कल चैंपिंयंस ट्रॉफी में पहला रोमांचक मैच हो ही गया। श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए इस मैच में सांस रोक देने वाला रोमांच दिखा। 139 रनों को डिफेंड करते हुए श्रीलंका ने किवी टीम के पसीने छुडा दिए। लेकिन मुकाबले में बाजी कीवीज टीम के हाथ लगी, न्यूज़ीलैंड ने लंका को 1 विकेट से दी मात।लंका-न्यूज़ीलैंड के बीच इस मुकाबले में रोमांच, एक्शन और थ्रिलर का हर तड़का मौजूद था। मैच कभी लंका टीम की तरफ झुकती थी तो कभी न्यूज़ीलैंड की तरफ। हर गेंद के बाद स्टेडियम में मौजूद दर्शकों के मुंह से बस यही आवाज अब आगे क्या होगा, कौन मारेगा बाज़ी लेकिन कीवीज़ की आखिरी जोड़ी ने संयम से खेलते हुए लंका की मेहनत पर फेर दिया पानी और 1 विकेट से जीत दर्ज कर बाजी अपनी टीम के नाम कर दी।मिस्ट्री मलिंगा का वारहालांकि कीवीज़ के सामने जीत के लिए 139 रनों का छोटा सा टारगेट था लेकिन मलिंगा ने गेंद से ऐसा मचाया गदर की कीवीज़ बल्लेबाज हो गए हक्के-बक्के। छोटा सा भी लक्ष्य न्यूज़ीलैंड टीम को पड़ने लगा भारी। शुरुआत इरिंगा ने की उसके बाद मैदान पर छा गए मलिंगा। हालांकि स्पिनरों ने भी किया कमाल लेकिन मलिंगा ने गेंदबाज़ी के अपने नए अस्त्र से कीवीज पर ऐसा वार किया कि कीवीज नजर आने लगे चारों खाने चित। अपने स्लोवर वन यॉर्कर के जरिए ऐसा बुना जाल कि बल्लेबाज उसमें रह गए उलझ के। मलिंगा ने शुरुआत विलियम्सन से की उसके बाद विटोरी फिर ब्रैंडन मैक्कुलम और फिर टीम के लिए मुसीबत साबित होते जा रहे। नाथन मैक्कुलम को पवेलियन भेज टीम को हार के दरवाजे पर पहुंचा दिया। हालांकि मलिंगा की ये मेहनत भी टीम को नहीं दिला सकी जीत क्योंकि आखिरी लम्हों में मिशेल और साउथी की लास्ट जोड़ी ने 5 रन बना जीत न्यूज़ीलैंड के झोली में डाल दी। न्यूज़ीवलैंड की तरफ से नाथन मैक्कुलम ने सबसे ज्यादा 32 रन बनाए। लंका की तरफ से मलिंगा ने 4 और इरिंगा ने 2 विकेट झटके।लंका 138 रन पर ढेरइससे पहले लंका की टीम ने कीवीज रफ्तार के आगे पूरी तरह से नजर आई बेअसर और टीम महज 37.5 ओवर में 138 रनों पर ही सिमट गई। 138 रन में अकेले 68 रन कुमार संगाकारा के बल्ले से निकले लेकिन इसके बाद मलिंगा की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बावजूद लंका टीम को नहीं हो सकी जीत नसीब।