पंजाब के सामने होंगे केकेआर के धुरंधर

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ईडन गार्डन के मैदान पर कोलकाता के सामने पंजाब की टीम होगी। कोलकाता के कप्तान गंभीर के सामने सबसे बड़ी चिंता है कि टीम कैसे लौटे जीत की पटरी पर। वहीं किंग्स इलेवन की कोशिश होगी कोलकाता का खेल बिगाड़ने की।टूर्नामेंट में दूसरी बार यह दोनों टीम आमने-सामने होंगी। पहली बाजी में अपने होम ग्राउंड पर गिली के सूरमा ने 4 रनों से मुकाबला अपने नाम किया था। लिहा… पंजाब के सामने होंगे केकेआर के धुरंधर

ईडन गार्डन के मैदान पर कोलकाता के सामने पंजाब की टीम होगी। कोलकाता के कप्तान गंभीर के सामने सबसे बड़ी चिंता है कि टीम कैसे लौटे जीत की पटरी पर। वहीं किंग्स इलेवन की कोशिश होगी कोलकाता का खेल बिगाड़ने की।टूर्नामेंट में दूसरी बार यह दोनों टीम आमने-सामने होंगी। पहली बाजी में अपने होम ग्राउंड पर गिली के सूरमा ने 4 रनों से मुकाबला अपने नाम किया था। लिहाजा अब गंभीर की सेना न केवल बदले चुकता करने बल्कि हार के क्रम को तोड़ने के इरादे से ईडन के मैदान पर उतरेगी। ऑवरऑल आईपीएल रिकार्ड पर नजर डालें तो दोनों टीमों के बीच मुकाबला बराबरी का रहा है। दोनों टीमों के बीच अभी तक 10 मुकाबले खेले गए है जिसमें 5 में कोलकाता ने जीत दर्ज की है तो 5 में पंजाब ने।राइडर्स करेंगे राइड!डिफेंडिंग चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स का सीजन सिक्स में अभी तक सफर जीत से शुरुआत के बाद बाद हार से भरा रहा है। मुंबई के खिलाफ पिछले मुकाबले में आखिरी ओवर में टीम को अपने घर पर मात मिली जो टीम की लगातार तीसरी हार थी। टूर्नामेंट में गंभीर एंड कंपनी ने अभी तक सात मुकाबले खेले है जिसमें उन्हें 2 में जीत और 5 मुकाबले में मात मिली है। कोलकाता को अब अगर प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है तो बाकि बचे 9 मैचों में से 7 मैच जीतने जरूरी है। जाहिर है अब बारी करो या मरो की है लेकिन सबसे ज्यादा माथा पच्ची गंभीर को करनी है टीम कॉंबिनेशन पर। वजह टीम की हार के साथ टीम में चोटों की मार भी है। कालिस, तिवारी और शुक्ला तीनों चोटिल हैं लेकिन चोट की चोट टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है क्‍योंकि बैंच पर बैठे मैक्कुलम, डसकाटे और शमी अहमद जैसे खिलाडियों को आज़माने का मौका देगी। पठान के फ्लॉप शओ के बाद अब बिसला टीम मे वापसी कर सकते हैं तो नारायण पर जरूरत से ज्यादा डिपेंड रहने की गौती के फएल होते दांव के बीच टीम किसी गेंदबाज़ी को और मजबूत करने की कोशिश कर सकती है।किंग्स मचाएंगे कोहरामदिल्ली के खिलाफ मुकाबला जीतकर किंग्स कोलकाता पहुंचे है जिसकी वजह से टीम का हौसला सातवें आसमान पर है। टीम ने अभी तक सात मुकाबले खेले है जिसमें टीम को चार में जीत और 3 में हार नसीब हुई है। हालांकि कप्तान गिलक्रिस्ट के बल्ले का मैजिक गायब है। गिली पॉन्टिंग की राह पर चलकर हसी को कमान सौंपे तो टीम की मुश्किल का निजात हो सकता है लेकिन मिलर। मंदीप सिंह और डेविड हसी की तिकड़ी जमकर हल्ला बोल इस कमी को करने में अभी तक कामयाब रही है। वहीं बॉलिंग डिपार्टमेंट में एक-दो मैच को छोड़ दें तो प्रवीण कुमार और अजहर महमूद की जोड़ी नजर आ रही है असरदार। हरमीत सिंह ने दिल्ली के खिलाफ न केवल विकेट चटकाने में रहे कामयाब बल्कि बेहद इकॉनामिकल भी रहे पर पीयूष चावला अभी भी बेरंग नजर आ रहे है लेकिन कोलकाता को हराना है तो टीम को युवा जोश के साथ साथ अनुभव का तड़का भी लगाना होगा।