अखिल भारतीय शतरंज महासंघ का आजीवन प्रतिबंध झेल रहे पूर्व शतरंज खिलाड़ी डी के चोपड़ा ने आज उसे आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अधिकारियों के कहने पर दर्ज मनगढंत शिकायतों के कारण उन पर प्रतिबंध लगाया गया। एआईसीएफ ने पिछले चार साल में बदसलूकी का दोषी पाये जाने के बाद चोपड़ा पर प्रतिबंध लगा दिया था।चोपड़ा ने कहा , मैं कहना चाहता हूं कि अधिकांश आयोजक और महास…
अखिल भारतीय शतरंज महासंघ का आजीवन प्रतिबंध झेल रहे पूर्व शतरंज खिलाड़ी डी के चोपड़ा ने आज उसे आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अधिकारियों के कहने पर दर्ज मनगढंत शिकायतों के कारण उन पर प्रतिबंध लगाया गया। एआईसीएफ ने पिछले चार साल में बदसलूकी का दोषी पाये जाने के बाद चोपड़ा पर प्रतिबंध लगा दिया था।चोपड़ा ने कहा , मैं कहना चाहता हूं कि अधिकांश आयोजक और महासंघ के जो अधिकारी दावा कर रहे हैं कि वे खिलाडि़यों और देश की मुफ्त सेवा कर रहे हैं, वे झूठे हैं। वे खिलाडि़यों का प्रत्यक्ष और परोक्ष शोषण करके करोड़ों रूपये कमा रहे हैं।उन्होंने कहा, ईमानदार और अनुशासित खिलाड़ी, नियमों का जानकार और कोच होने के नाते मुझे वे पसंद नहीं करते हैं। दूसरों को हतोत्साहित करने के लिये उन्होंने मुझ पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया।एआईसीएफ ने कहा कि टूर्नामेंटों के दौरान चोपड़ा के खराब आचरण के खिलाफ कई शिकायतें मिली थी। चोपड़ा ने कहा , किसी ने मौके एक भी शिकायत दर्ज नहीं कराई। ये सभी अधिकारियों के कहने पर दर्ज की गई मनगढंत शिकायतें हैं।