फ्रेंच ओपन चैंपियन बनीं सेरेना, शारापोवा हारीं

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सेरेना विलियम्स ने महिला एकल के फाइनल में चैम्पियन मारिया शारापोवा को 6-4, 6-4 से हराकर दूसरी बार फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया।अमेरिका की सेरेना ने इसके साथ ही अपने ग्रैंडस्लैम खिताबों की संख्या को 16 तक पहुंचाया। यह 31 वर्षीय खिलाड़ी ओपन युग में रोलां गैरो पर सबसे उम्रदराज महिला चैम्पियन बनी। वर्ष 2002 में अपना पहला फ्रेंच ओपन खित… फ्रेंच ओपन चैंपियन बनीं सेरेना, शारापोवा हारीं

सेरेना विलियम्स ने महिला एकल के फाइनल में चैम्पियन मारिया शारापोवा को 6-4, 6-4 से हराकर दूसरी बार फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया।अमेरिका की सेरेना ने इसके साथ ही अपने ग्रैंडस्लैम खिताबों की संख्या को 16 तक पहुंचाया। यह 31 वर्षीय खिलाड़ी ओपन युग में रोलां गैरो पर सबसे उम्रदराज महिला चैम्पियन बनी। वर्ष 2002 में अपना पहला फ्रेंच ओपन खिताब जीतने वाली सेरेना ने तब फाइनल में अपनी बहन वीनस को हराया था।सेरेना ने इसके साथ महिला एकल में अपना दबदबा बरकरार रखा है। उन्होंने पिछले चार में से तीन ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। यह अमेरिकी खिलाड़ी विंबलडन, अमेरिकी ओपन और फ्रेंच ओपन का खिताब जीतने में सफल रही जबकि आस्ट्रेलियाई ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंची।दूसरी तरफ शारापोवा एक बार फिर सेरेना नाम की पहेली का हल ढूढंने में विफल रही। इस अमेरिकी के खिलाफ शारापोवा की यह लगातार 10वीं हार है। शारापोवा 2004 में मात्र 17 बरस की उम्र में विंबलडन फाइनल और डब्ल्यूटीए चैम्पियनशिप में सेरेना को हराने के बाद इस अमेरिकी खिलाड़ी को कभी नहीं हरा पाई हैं। मालूम हो, वर्ष 2005 से यह पहला फ्रेंच ओपन महिला फाइनल है जिसमें शीर्ष वरीयता प्राप्त दो खिलाड़ी हिस्सा ले रही थी।सेरेना को इस मैच से पहले ही जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था क्योंकि इससे पहले दोनों खिलाडि़यों के बीच हुए 15 मैचों में उन्हौंने 13 बार बाजी मारी थी। उन्होंने फाइनल तक के अपने सफर के दौरान सिर्फ एक सेट गंवाया था।इस जीत के साथ सेेरेना ने अपने जीत के क्रम को 31 मैचों तक पहुंचाया जबकि रोलां गैरों पर शारापोवा के लगातार 13 जीत के सफर पर विराम लग गया। शारापोवा ने पिछले साल फाइनल में सारा एरानी को हराकर खिताब जीता था। सेरेना ने मैच के बाद कहा, आज का मैच काफी मुश्किल था। 11 साल के बाद मेरे नाम 16 (ग्रैंडस्लैम) खिताब हैं।बकौल सेरेना, लेकिन मैं अगले साल दोबारा यहां आना चाहती हूं क्योंकि मुझे पेरिस और यहां की जनता से प्यार है। मैं यहां दोबारा जीतना चाहती हूं। मैंने यहां काफी समय बिताया है और मुझे लगता हैं कि मैं पेरिसवासी बन गई हूं।शारापोवा ने कहा, मैंने टूर्नामेंट में काफी अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन आज की प्रतिद्वंद्वी काफी कड़ी थी। वे इस साल काफी अच्छा खेल रही है और पिछले साल भी काफी अच्छा खेली।उन्होंने आगे कहा, लेकिन इस कोर्ट के साथ मेरी इतनी सारी अच्छी यादें जुड़ी हैं। पिछले साल जीतना बेजोड़ रहा और इस बार भी फाइनल में जगह बनाना शानदार था। सेरेना ने बेहतरीन शुरूआत की और पहले ही गेम में 0-40 के स्कोर पर तीन ब्रेक प्वाइंट हासिल कर लिए लेकिन रूस की शारापोवा अपनी सर्विस बचाने में कामयाब रही।शारापोवा ने अगले गेम में सेरेना की सर्विस तोड़कर अपने तेवर दिखाए लेकिन अमेरिकी खिलाड़ी ने अगले गेम में ही उनकी सर्विस तोड़ी और फिर 2-2 से बराबरी हासिल कर ली।सेरेना ने पांचवें गेम में एक बार फिर शारापोवा की सर्विस तोड़ी। दर्शकों ने पांचवां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने की कोशिश में जुटी शारापोवा का उत्साह बढ़ाया और इस रूसी खिलाड़ी ने अगले गेम में सेरेना की सर्विस तोड़कर 4-4 से बराबरी हासिल कर ली।सेरेना को तेज हवाओं के सामने परेशानी हो रही थी लेकिन इस अमेरिकी ने नौवें गेम में अपना मैच का सर्वश्रेष्ठ टेनिस खेला और शारापोवा की सर्विस तोड़ने के बाद अपनी सर्विस बचाते हुए पहला सेट 51 मिनट में जीत लिया। शारापोवा की राह काफी मुश्किल थी क्योंकि ग्रैंडस्लैम मैचों में 208 बार 1-0 की बढ़त लेने के बाद सेरेना को सिर्फ पांच बार ही हार का सामना करना पड़ा था।शारापोवा ने दूसरे सेट की शुरूआत में पांच ब्रेक प्वाइंट बचाए लेकिन दो गेम के बाद अपनी सर्विस गंवा बैठी जिसके बाद सेरेना ने 4 -2 की बढ़त बनाई। सेरेना ने इसके बाद तीन ऐस की मदद से दो बार अपनी सर्विस बचाई और रोलां गैरो पर खिताब के 11 साल के इंतजार को खत्म किया।