आज टीम इंडिया जब श्रीलंका के ख़िलाफ़ मैदान पर उतरेगी तो कप्तान कोहली को सामना करना होगा इस मुक़ाबले में कई चुनौतियां का, सिर्फ़ विराट की कप्तानी और बल्ले की परख पोर्ट ऑफ़ स्पेन में नहीं होगी, बल्कि उनके सामने टीम में आई दरार को भरने का चैलेंज भी होगा।श्रीलंका के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में कप्तान कोहली की होगी परीक्षा, एक बार फिर देना होगा कोहली को टेस्ट,…
आज टीम इंडिया जब श्रीलंका के ख़िलाफ़ मैदान पर उतरेगी तो कप्तान कोहली को सामना करना होगा इस मुक़ाबले में कई चुनौतियां का, सिर्फ़ विराट की कप्तानी और बल्ले की परख पोर्ट ऑफ़ स्पेन में नहीं होगी, बल्कि उनके सामने टीम में आई दरार को भरने का चैलेंज भी होगा।श्रीलंका के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में कप्तान कोहली की होगी परीक्षा, एक बार फिर देना होगा कोहली को टेस्ट, फिर सामने है करो या मरो का चैलेंज। जी हां, ट्राई सीरीज़ का आख़िरी मुक़ाबला विराट कोहली के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं।कप्तानी की परखश्रीलंका के ख़िलाफ आख़िरी जंग में बतौर कप्तान कोहली को फिर साबित करनी होगी अपनी क़ाबिलियत। मेज़बाज़ वेस्टइंडीज़ के साथ पिछले मुक़ाबले में कोहली ने दिखाए थे अपनी कप्तानी को जौहर। कोहली ने एक बार फिर नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी का फ़ैसला कर और भुवनेश्वर को प्लेइंग में फिर से जगह देकर ये दिखाया दिया कि वो अपनी ग़लती सुधारने में ज़रा भी देर नहीं लगाते।बल्ले का टेस्टकोहली ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ अहम मुक़ाबले में शतक ठोककर ये दिखा दिया कि उनके बल्ले में है कितना दम, लेकिन श्रीलंका के ख़िलाफ़ लीग स्टेज की आख़िरी लड़ाई में भी कोहली को अपने बल्ले से बोलना होगा हल्ला, क्योंकि ये मुक़ाबला भी है डू और डाई का। वैसे प्रेशर में पहले भी कोहली दे चुके हैं अपना बेस्ट, फिर चाहे बात हो पिछले साल सीबी सीरीज़ या एशिया कप में खेले गए करो या मरो के मुक़ाबलों की, उन्होंने दोनों बार बेमिसाल पारी खेली और जमाए शतक।दरार भरने की चुनौतीकप्तान कोहली के सामने टीम में पड़ी को भरने की चैलेंज़ भी है। पिछले मुक़ाबले में टीम को दो शूरवीर एक-दूसरे के ख़िलाफ़ खड़े हो गए थे। रैना और जडेजा के बीच बढ़ चुकी दूरी को पाटने की ज़िम्मेदारी भी कोहली पर ही है। ये दोनों ही खिलाफ टीम इंडिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।तो साफ़ है कि कोहली के लिए ये मुक़ाबला नहीं किसी अग्निपथ से कम।