मुरली विजय ने एक बार फिर खेली क्लासिक पारी। सीरीज में लगातार दूसरी सेंचुरी और करियर का तीसरा शतक ठोक यह भी तय भी कर दिया कि अब वीरू-गौती की वापसी होगी मुश्किल।शानदार चौके के साथ मुरली विजय ने मोहाली के मैदान पर जड़ा डाला शानदार शतक। पहले हैदराबाद में विजय ने 167 रन की पारी खेली और फिर मोहाली में पार किया डेढ़ सौ का आंकड़ा।मोहाली के पीसीए स्टेडियम म… मुरली विजय ने एक बार फिर खेली क्लासिक पारी। सीरीज में लगातार दूसरी सेंचुरी और करियर का तीसरा शतक ठोक यह भी तय भी कर दिया कि अब वीरू-गौती की वापसी होगी मुश्किल।शानदार चौके के साथ मुरली विजय ने मोहाली के मैदान पर जड़ा डाला शानदार शतक। पहले हैदराबाद में विजय ने 167 रन की पारी खेली और फिर मोहाली में पार किया डेढ़ सौ का आंकड़ा।मोहाली के पीसीए स्टेडियम में पहले शिखर धवन ने तूफानी शतकीय पारी खेली और फिर मुरली विजय ने जड़ डाली सूझबूझ भरी सेंचुरी। मोहाली टेस्ट के चौथे दिन मुरली की तान पर नाचे कंगारू गेंदबाज़। तीसरे दिन जब शिखर धवन ने तूफानी अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की। तब विजय ने दीवार की तरह क्रीज़ पर जमकर शिखर का साथ दिया लेकिन चौथे दिन मुरली विजय ने कई क्लासिकल शॉट्स खेले और ठोंक डाला अपने टेस्ट करियर की तीसरी सेंचुरी। विजय ने 206 गेंदों में तिहाई का आंकड़ा छुआ।शतक जड़ने के बाद भी विजय नहीं रूके और लगातार दूसरी बार डेढ़ सौ से ज्यादा रन की पारी खेली। यह विजय की ही पारी का कमाल था कि जब टीम इंडिया के बाकी बल्लेबाज़ लगातार आउट हो रहे थे तब माही आर्मी ने कंगारूओं पर बढ़त हासिल की। तमिलनाडू के इस ओपनर ने 317 गेंदों में 19 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 153 रन बनाए। खास बात यह है कि अपने टेस्ट करियर की तीसरी सेंचुरी जड़ने वाले विजय ने यह तीनों ही शतक कंगारूओं के खिलाफ लगाए हैं।पहले साल 2010 में बेंगलुरू में शतक जड़ा, फिर मौजूदा सीरीज़ में हैदराबाद टेस्ट में और अब मोहाली में किया मैजिक। मुरली 5वें भारतीय बल्लेबाज़ हैं जिनके नाम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 या तीन से ज्यादा शतक हैं। अपनी पारी के दौरान विजय ने दो बड़ी साझेदारियां की। उन्होंने पहले धवन के साथ मिलकर रिकॉर्ड 289 रन जोड़े और फिर सचिन के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 92 रन की साझेदारी की।जाहिर है विजय़ ने अब टीम में अपनी जगह पूरी तरह पक्की कर ली है। साथ ही पहले धवन की धमाकेदार सेंचुरी और अब विजय के बैक टू बैक शतकों ने पूरी तरह से सहवाग और गौती के टीम में वापसी के रास्ते भी बंद कर दिए हैं।