फ्रांस की 15वीं वरीय मैरियन बार्तोली ने एकतरफा फाइनल में आज यहां जर्मनी की सेबिन लिसिकी को 6-1, 6-4 से हराकर अपना पहला विंबलडन महिला एकल खिताब जीता। फ्रांस की 28वीं वरीय बार्तोली ओपन युग में पहली बार ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाली पांचवीं सबसे अधिक उम्र की खिलाड़ी हैं।छह साल पहले विंबलडन फाइनल में वीनस विलियम्स के हाथों शिकस्त के बाद दूसरी बार सेंटर…
फ्रांस की 15वीं वरीय मैरियन बार्तोली ने एकतरफा फाइनल में आज यहां जर्मनी की सेबिन लिसिकी को 6-1, 6-4 से हराकर अपना पहला विंबलडन महिला एकल खिताब जीता। फ्रांस की 28वीं वरीय बार्तोली ओपन युग में पहली बार ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाली पांचवीं सबसे अधिक उम्र की खिलाड़ी हैं।छह साल पहले विंबलडन फाइनल में वीनस विलियम्स के हाथों शिकस्त के बाद दूसरी बार सेंटर कोर्ट पर फाइनल में खेल रही बार्तोली ने ताकतवर खेल का शानदार नमूना पेश करते हुए अपने पहले ग्रैंडस्लैम खिताब का लंबा इंतजार खत्म किया।बार्तोली ने सिर्फ 81 मिनट में 23वीं वरीय सेबिन को हराया जो दूसरे सेट में मैच हाथ से निकलने के बाद रोने लगी थी। बार्तोली ने मैच के बाद कहा, ईमानदारी से कहूं तो मुझे विश्वास नहीं हो रहा है। बचपन से ही मैंने इस लम्हे का सपना देखा था।उन्होंने कहा, ऐस लगाकर विंबलडन जीतना तो मैं अपने सपने में भी नहीं सोच सकती थी। यह ट्राफी जीतकर मैं काफी खुश हूं। इस बीच जर्मनी की सेबिन को 25 सहज गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा, मैं दबाव में आ गई लेकिन मारियन को पूरा श्रेय जाता है। वह शानदार तरीके से इससे निपटी। वह लंबे समय से टूर पर खेल रही है और इसकी हकदार है।बार्तोली ने 47 ग्रैंडस्लैम मैचों में खेलने के बाद अपना पहला मेजर टूर्नामेंट जीता। उन्होंने याना नोवात्ना का रिकार्ड तोड़ा जिन्होंने 45 ग्रैंडस्लैम मैचों में खेलने के बाद 1998 में विंबलडन जीता था।सोमवार को जारी होने वाली रैंकिंग में बार्तोली अब सातवें स्थान पर पहुंच जाएंगी। बार्तोली ने मौजूदा टूर्नामेंट के सात मैचों में एक भी सेट नहीं गंवाया और वह 2006 में विंबलडन में एमेली मोरेस्मो की जीत के बाद ग्रैंडस्लैम एकल खिताब जीतने वाली फ्रांस की पहली महिला खिलाड़ी हैं।बार्तोली की शुरूआत अच्छी नहीं रही और उन्होंने पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। विरोधी खिलाड़ी भी हालांकि इसके बाद अपनी सर्विस बरकरार नहीं रख पाई।चौथे दौर में दुनिया की नंबर एक और शीर्ष वरीय सेरेना को हराने वाली लिसिकी आज लय में नहीं दिखी। बार्तोली ने इसके बाद दोबारा विरोधी खिलाड़ी की सर्विस तोड़कर 3-1 की बढ़त बनाई। बार्तोली ने आक्रामक रूख अपनाया और छठे गेम में भी विरोधी की सर्विस तोड़ दी और फिर आसानी से सेट अपने नाम कर लिया।दूसरे सेट की शुरूआत में जर्मनी की खिलाड़ी ने मैच में पहली बार अपनी सर्विस बचाई। उन्होंने बार्तोली के दबदबे को चुनौती देते हुए चार ब्रेक प्वाइंट हासिल किए लेकिन फ्रांस की खिलाड़ी अपनी सर्विस बचाने में सफल रही। बार्तोली ने तीसरे गेम में लिसिकी की सर्विस तोड़कर 2-1 की बढ़त बनाई। लिसिकी इसके बाद जब 1-3 के स्कोर पर सर्विस कर रही थी तो फफक कर रो पड़ी।बार्तोली ने हालांकि कोई रहम नहीं दिखाया और दोबारा विरोधी की सर्विस तोड़कर 5-1 की बढ़त बना ली। लिसिकी ने इसके बाद तीन मैच प्वाइंट बचाए जबकि एक बार बार्तोली की सर्विस भी तोड़ी लेकिन फ्रांस की खिलाड़ी को आसान जीत दर्ज करने से नहीं रोक पाईं।