लंका को धूल चटाने के लिए उतरेंगे धोनी!

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तो माही आर्मी तैयार है लंका दहन के लिए लेकिन अब टीम इंडिया के लिए दूसरी अच्छी खबर ये है कि आज फाइनल में धोनी भी खेल सकते है और अगर ऐसा हुआ तो लंका के खिलाफ फाइनल फाइट में टीम इंडिया का पलड़ा ही भारी रहेगा।जी हां सही सुना आपने ट्राई सीरीज के पहले मैच में चोटिल हुए धोनी खेल सकते हैं फाइनल में। टीम इंडिया अब फाइनल में पहुंच चुकी है और फाइनल में लंका क… लंका को धूल चटाने के लिए उतरेंगे धोनी!

तो माही आर्मी तैयार है लंका दहन के लिए लेकिन अब टीम इंडिया के लिए दूसरी अच्छी खबर ये है कि आज फाइनल में धोनी भी खेल सकते है और अगर ऐसा हुआ तो लंका के खिलाफ फाइनल फाइट में टीम इंडिया का पलड़ा ही भारी रहेगा।जी हां सही सुना आपने ट्राई सीरीज के पहले मैच में चोटिल हुए धोनी खेल सकते हैं फाइनल में। टीम इंडिया अब फाइनल में पहुंच चुकी है और फाइनल में लंका के खिलाफ क्वींस पार्क में कमाल करने के लिए तैयार हैं धोनी। फाइनल में लंका को पटखनी देने की तैयारी कर रहा है कैप्टन कूल।  मंगलवार तक धोनी ने तेज़ दौड़ लगाना शुरू कर दिया, धोनी ने कैचिंग प्रैक्टिस भी की। माही ने फुटबॉल खेलकर भी अपनी हैमस्ट्रिंग के मज़बूती के भी इशारे दिए और फिर सबसे जरूरी यानि बल्लेबाज़ी धोनी ने टीम इंडिया की जीत के बाद जमकर बल्लेबाज़ी में भी हाथ दिखाए और इसी के साथ हाल ही में चैम्पियंस ट्रॉफ़ी का खिताब जीतकर सभी बडे खिताब अपने नाम करने वाले माही ने गढ़ा दी हैं इस ट्राई सीरीज को भी फतह करने पर नज़रें।धोनी अगर फाइनल में उतरे तो उसका नतीजा क्या होगा इसका अंदाज़ लगाना है तो ये आंकड़े देख लीजिए। लंका के खिलाफ जब जब धोनी फाइनल में उतरे हैं तब तब माही ने किया है मैजिक। लंका के खिलाफ खेले 7 फाइनल में धोनी ने 54(53.66) की औसत और 3 अर्धशतकों की मदद से 322 रन बनाए हैं और फिर विश्व कप फाइनल में लंका के खिलाफ उनकी खेली 91 रनों की मैच विनिंग पारी भला कौन भूल सकता है। वैसे कुल लंका के खिलाफ खेले 56 मैच में माही ने 60 से ज्यादा की एवरेज से 2041 रन ठोंके है जिसमें 2 शतक और 16 अर्धशतक हैं। वैसे अपनी कप्तानी में खेले 10 वनडे फाइनल्स में धोनी ने टीम इंडिया को 6 बार चैम्पियनशिप जिताई है।जाहिर है अगर माही का मिडास टच फाइनल में टीम इंडिया के साथ रहा तो ब्लू ब्रिगेड विंडीज़ में इतिहास ज़रूर रच सकती है और तब धोनी सिर्फ चैम्पियंस ट्रॉफ़ी नहीं बल्कि ट्राई सीरीज़ की ट्रॉफ़ी को साथ लेकर स्वदेश लौटेंगे यंगिस्तान का कारवां।