तो आईपीएल में मुंबई की बादशाहत साबित होते ही मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने आईपीएल को कह दिया बाय-बाय। अब मसाला क्रिकेट में मास्टर का नहीं लगेगा तड़का।मुंबई इंडियंस के लिख आईपीएल का खिताब जीतने का लम्हा बेहद खास था और जीत का ये लम्हा मास्टर के लिए भी बन गया सबसे खास। सचिन की मुंबई को चैंपियन बनते देखने की ख्वाहिश हुई पूरी और इस जोरदार जीत के बाद…
तो आईपीएल में मुंबई की बादशाहत साबित होते ही मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने आईपीएल को कह दिया बाय-बाय। अब मसाला क्रिकेट में मास्टर का नहीं लगेगा तड़का।मुंबई इंडियंस के लिख आईपीएल का खिताब जीतने का लम्हा बेहद खास था और जीत का ये लम्हा मास्टर के लिए भी बन गया सबसे खास। सचिन की मुंबई को चैंपियन बनते देखने की ख्वाहिश हुई पूरी और इस जोरदार जीत के बाद सचिन ने भी आईपीएल को कर दिया बाय-बाय। रंगीन रण में अब मास्टर का नहीं दिखेगा जादू यानि अब आईपीएल में मास्टर का नहीं दिखेगा रंग।सचिन ने कहा, ‘यह सबसे अच्छा मौका है जब मैं आईपीएल से संन्यास ले सकता हूं। मेरी टीम इस टूर्नामेंट की विनर बन गई है। फिर अब मेरी उम्र मुझे यह फॉर्मेट खेलने की इजाजत नहीं देती है। लेकिन मैंने इस फॉर्मेट को बहुत एंज्वॉय किया।’वैसे भी मास्टर ने अपने क्रिकेट करियर में हर वो मील का पत्थर छूआ है, जिसकी तमन्ना एक खिलाड़ी को होती है। लेकिन आईपीएल के 78 मैचों में 119.81 की स्ट्राइक रेट से 2234 रनों का बेहतरीन आंकड़ा होने के बावजूद आईपीएल का खिताब अब भी मास्टर से दूर ही था। पांच सीजन गुजर गए, लेकिन मास्टर की तमन्ना अधूरी ही रही। लेकिन सीजन सिक्स में मास्टर की ये हसरत भी हो गई पूरी। खिताबी भिड़न्त में चेन्नई को मात दे, मुंबई ने ताज पर कब्जा करके मास्टर को दी खिताबी जीत के साथ शानदार विदाई…।हालांकि सचिन के संन्यास से कुछ सवाल उठ खड़े हुए हैं, सवाल ये कि क्या सचिन ने ये फैसला पहले ही कर रखा था या फिर आईपीएल के मौजूदा हालात इसकी वजह हैं? क्या क्रिकेट के भगवान का भरोसा क्रिकेट से टूट गया है या उम्र के आगे बेबस हैं ब्लास्टर?मुंबई इंडियन्स के चैंपियन बनते ही सचिन तेंदुलकर ने आईपीएल से संन्यास का ऐलान कर दिया। क्या ये ऐलान पहले से तय था या फिर मैदान के बाहर के माहौल से मायूस थे मास्टर। ये सवाल सभी के जहन में है। हो सकता है जो कुछ आईपीएल सीजन सिक्स के दौरान हुआ उसने भगवान का भरोसा तोड़ दिया हो। सचिन ने जब भी क्रिकेट के किसी फॉर्मेट से संन्यास लिया देश में एक लंबी बहस छिड़ गई। लेकिन इस बार ब्लास्टर के इस बड़े फैसले के बैकग्राउंड में बदनाम लीग भी हो सकती है।वैसे कुछ लोगों का ये भी मानना है कि सचिन ने ये फैसला अपनी उम्र को देखते हुए किया है, क्योंकि आईपीएल सीजन 7 के लिए सभी टीमों का चयन नए सिरे से होगा और सभी खिलाड़ी पांच साल के अनुबंध पर होंगे। सचिन जानते हैं किए इस उम्र में एक आध साल के लिए क्रिकेट खेलना अलग बात है और 5 सालों के लिए कमिटमेंट करना दूसरी। शायद इसीलिए सचिन ने क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट को छोड़ने का मन बना लिया। वजह चाहे जो भी हो, मास्टर के मुरीद तो उन्हें बस सदियों तक खेलते देखना चाहते है, चाहे वो खेल का कोई भी फॉर्मेट क्यों ना हो?आईपीएल का यह सीजन कई दिग्गज खिलाडि़यों के लिए आखिरी साबित हुआ। सचिन से पहले पंजाब किंग्स इलेवन के कप्तान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी गिलक्रिस्ट ने आईपीएल से संन्यास लेने का ऐलान किया। इसके बाद राहुल द्रविड़ ने भी क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट को बाय-बाय कह दिया। और फाइनल जीतने के बाद अब सचिन तेंदुलकर ने भी क्रिकेट को अलविदा कह दिया है।