सनराइजर्स के खिलाफ कोहली की ‘विराट’पारी

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बदले की लड़ाई में विराट ने ऐसा रौद्र रूप दिखाया कि सनराइजर्स की हो गई सिट्टी-पिट्टी गुम। 93 रनों की कप्तानी पारी खेल कोहली ने अकेले दम पर मैच चैलेंजर्स के नाम कर दिया।लाजवाब, बेहतरीन, दमदार…विराट के हर शाट्स पर चिन्नास्वामी स्टेडियम में बैठे हज़ारों दर्शकों के जुंबा से बस यही निकल रहा था। ना गेल, ना डीविलियर्स बदले की लड़ाई में कोहली ने ऐसा विराट… सनराइजर्स के खिलाफ कोहली की ‘विराट’पारीबदले की लड़ाई में विराट ने ऐसा रौद्र रूप दिखाया कि सनराइजर्स की हो गई सिट्टी-पिट्टी गुम। 93 रनों की कप्तानी पारी खेल कोहली ने अकेले दम पर मैच चैलेंजर्स के नाम कर दिया।लाजवाब, बेहतरीन, दमदार…विराट के हर शाट्स पर चिन्नास्वामी स्टेडियम में बैठे हज़ारों दर्शकों के जुंबा से बस यही निकल रहा था। ना गेल, ना डीविलियर्स बदले की लड़ाई में कोहली ने ऐसा विराट रुप दिखाया कि संगाकारा एंड कंपनी सहम गई। टीम के सामने बड़ा चैलेंज था, मुश्किल हालात थे, तूफानी गेल भी साथ छोड़ चुके थे लेकिन विराट तो सिर्फ जीत के इरादे से मैदान पर आए थे।दवाब में खेली एक मैच विनिंग पारी, कप्तान होने के नाते मैदान पर आगे बढ़कर संभाला मोर्चा। विराट ने क्रीज पर आते ही जमकर बल्ले से बोला हल्ला। अपने दनदनाते शॉट्स से कप्तान संगाकारा के हर दांव को कर दिया फेल। विराट के बल्लेबाजी के आगे न ही रफ्तार का और न ही स्पिनर्स का चला जोर। हालांकि विराट ने डेल स्टेन को तो संभलकर खेला लेकिन स्टेन के अलावा हर गेंदबाज़ को खूब धोया। खासतौर पर अमित मिश्रा के सोलहवें ओवर में कोहली ने दो छक्के और दो चौके सहित 21 रन बटोरे।कोहली ने महज 47 गेंदों में 11 चौके और 4 छक्कों की मदद से ताबड़तोड़ ठोक दिया आईपीएल में अपना सबसे बड़ा स्कोर 93 रन। इससे पहले आईपीएल में कोहली की सबसे बड़ी पारी नाबाद 73 रनों की थी जो उन्होंने साल 2012 में दिल्ली के खिलाफ खेली थी। कुल मिलाकर साफ है यह विराट के ही दे दनादन पारी का नतीजा था कि बैंगलोर न केवल एक बड़े टारगेट को हासिल किया बल्कि पिछले मैच में सुपरओवर की जंग में मिली मात का भी बदला लेने में कामयाब रही।