मैदान पर सर जडेजा का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है। रविंद्र जडेजा कर रहे हैं हर डिपार्टमेंट में कारीगिरी, गेंद से सुपरहिट, फील्डिंग में हिट और बल्ले से ब्लासट करने की उनकी अदा ने जड्डू को बना दिया है जीत का ट्रंप कार्ड।धोनी के तरकश का यह तीर अब टीम इंडिया की जान बन गया है । जादूगर जडेजा अब अपने जलवे से बन गए है टीम इंडिया के लिए जीत का तुरूप का इक्का।…
मैदान पर सर जडेजा का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है। रविंद्र जडेजा कर रहे हैं हर डिपार्टमेंट में कारीगिरी, गेंद से सुपरहिट, फील्डिंग में हिट और बल्ले से ब्लासट करने की उनकी अदा ने जड्डू को बना दिया है जीत का ट्रंप कार्ड।धोनी के तरकश का यह तीर अब टीम इंडिया की जान बन गया है । जादूगर जडेजा अब अपने जलवे से बन गए है टीम इंडिया के लिए जीत का तुरूप का इक्का। हर मुकाबले में जडेजा जीत में अहम रोल निभा रहे हैं। कभी बल्ले से ब्लास्टर, कभी गेंद से गदर और फील्डिंग में चीते जैसी फुर्ती का तो कोई जवाब नहीं। ओवल में पहली बार जडेजा ने वनडे करियर में 5 विकेट लेने का कारनामा किया। सिर्फ सटीक लाइन और लेंथ से जडेजा ने वेस्टइंडीज़ की आधी टीम को पैवेलियन की राह दिखा दी और कैरेबियाई टीम को अच्छी शुरूआत के बावजूद 233 रन के स्कोर पर रोक दिया। रविंद्र जडेजा ने 10 ओवर में महज़ 36 रन देकर 5 शिकार किए।इससे पहले कार्डिफ़ में भी धोनी के ट्रंप कार्ड ने जादू दिखाया था। पहले बल्ले से खेली थी तूफानी पारी जिसने अफ्रीका के खिलाफ सवा तीन सौ से बड़ा स्कोर खड़ा करने में अहम रोल निभाया। ज़डेजा ने अफ्रीका के खिलाफ 29 गेंदों में तूफानी 47 रन बनाए थे। इसके बाद गेंद से भी जीत का जादूगर बना था ये जाबाज़। सौराष्ट्र के इस ऑलराउंडर ने 9 ओवर में सिर्फ 31 रन देकर 2 शिकार किए थे और चुस्त फील्डिंग के ज़रिए पीटरसन का विकेट भला कोई कैसे भूल सकता है।वैसे जडेजा इस टूर्नामेंट में न सिर्फ टीम इंडिया के सबसे सफ़ल गेंदबाज़ हैं बल्कि टूर्नामेंट जडेजा विकेट लेने के मामले में टॉप पर हैं। जडेजा के नाम 2 मुकाबलों में 10 से कम की औसत और साढ़े तीन की इकॉनमी से 7 शिकार हैं। जाहिर है धोनी के इस चैम्पियन की चमक चैम्पियंस ट्रॉफ़ी में जमकर देखने को मिल रही है।