हैदराबाद टेस्ट के पहले दिन भारतीय गेंदबाजों की धार के सामने पस्त नजर आए कंगारू बल्लेबाज लेकिन मैच का रुख पलटने के लिए कंगारू कप्तान ने चली एक ऐसी चाल जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।हैदराबाद टेस्ट के पहले दिन कंगारुओं का हुआ बुरा हाल, लगातार गिरते रहे मेहमानों के विकेट लेकिन नौ विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने चली एक ऐसी चाल जिसकी उम्मीद शायद ही किसी… हैदराबाद टेस्ट के पहले दिन भारतीय गेंदबाजों की धार के सामने पस्त नजर आए कंगारू बल्लेबाज लेकिन मैच का रुख पलटने के लिए कंगारू कप्तान ने चली एक ऐसी चाल जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।हैदराबाद टेस्ट के पहले दिन कंगारुओं का हुआ बुरा हाल, लगातार गिरते रहे मेहमानों के विकेट लेकिन नौ विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने चली एक ऐसी चाल जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो।236 पर गिरा कंगारुओं का नौवां विकेट और इसके बाद क्रीज पर आए कंगारू स्पिनर जेवियर डोहर्टी लेकिन पैटिंसन के एक रन बनाने के बाद ही अचानक कंगारु बल्लेबाज़ चल दिए पैविलियन की ओर। क्लार्क ने ऑल आउट होने का नहीं किया इंतजार और 237 के स्कोर पर 9 विकेट खोकर ही कर दिया पारी घोषित का ऐलान।नौ विकेट पर पारी घोषित करने के पीछे थी क्लार्क की टीम इंडिया के आउट ऑफ फॉर्म ओपनर्स को फंसाने की रणनीति। कंगारू पारी घोषित होने के बाद दिन का खेल खत्म होने में बाकी था सिर्फ तीन ओवर का खेल लेकिन क्लार्क की पारी घोषित करने की मास्टर चाल की वजह से आना पड़ा सहवाग और मुरली विजय को मैदान पर।लेकिन असली मजा तब आया जब कंगारु कप्तान की यह चाल पड़ी पूरी तरह पस्त। जो सोचकर उन्होंने बुना वीरू और मुरली को फंसाने का जाल उसका डटकर दिया भारतीय ओपनर्स ने जवाब।क्लार्क ने सोचा कि उनके तेज गेंदबाज पैटिंसन और सिडल ले लेंगे आउट फॉर्म वीरू और मुरली का विकेट लेकिन सहवाग और मुरली विजय ने शानदार तरीके से खेले यह तीन ओवर्स और दिन का खेल खत्म होने के बाद दोनों शान से लौटे नॉट आउट होकर वापस लेकिन कंगारुओं ने फिर कर दिया साबित कि जीत के लिए वह कुछ भी कर सकते हैं।