अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट में भारत की उम्मीदें कायम है। करो या मरो के मुकाबले में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 3-1 से हरा टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत दर्ज कर ली।भारतीय हॉकी टीम को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए हर हाल में जीत की दरकरार थी। सामने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की मजबूत टीम की चुनौती थी लेकिन दो हार के बाद नोब्स की युवा टीम ने कमाल का खेल दिख… अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट में भारत की उम्मीदें कायम है। करो या मरो के मुकाबले में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 3-1 से हरा टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत दर्ज कर ली।भारतीय हॉकी टीम को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए हर हाल में जीत की दरकरार थी। सामने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की मजबूत टीम की चुनौती थी लेकिन दो हार के बाद नोब्स की युवा टीम ने कमाल का खेल दिखाया और पाकिस्तान को खेल के हर डिपार्टमेंट में मात देकर मुकाबला 3-1 से अपने नाम कर न केवल टूर्नामेंट में जीता का खाता खोल लिया बल्कि अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदों को भी कायम रखा।पाकिस्तान ने खेल के शुरुआती तीसरे मिनट में ही वकास मोहम्मद के गोल की मदद से 1-0 की बढ़त ले। भारत के सामने एक बार फिर मुश्किल हालात पैदा कर दी लेकिन इसके बाद दानिश एंड कंपनी ने तेजतर्रार हॉकी से पाकिस्तान के उपर ऐसा पलटवार किया वो चारों खाने हो गई चित। भारत के रुपिंदर पाल सिंह ने छठे मिनट में पेनाल्टी कार्नर की मदद से गोल दाग मुकाबला 1-1 की बराबरी पर ला खड़ा किया। उसके बाद 9वें मिनट में आकाशदीप ने शानदार मूव के जरिए एक और मैदानी गोल दाग भारत को 2-1 से आगे कर दिया। फिर मंदीप सिंह ने 56वें मिनट में गोल दागकर भारतीय टीम को 3-1 से आगे कर दिया जो आखिर तक भारतीय टीम ने बरकरार रखा।हालांकि पाकिस्तान की टीम ने वापसी करने के लिए खूब जोर लगाया लेकिन गोलकीपर श्रीजेश की मुस्तैदी के आगे उनकी एक नहीं चली। इस शानदार जीत ने भारत को खिताब की दौड़ में बनाए रखा है। उम्मीदें भी जवां है लेकिन शुरुआती दो मैच ऑस्ट्रेलिया (3-4) और दक्षिण कोरिया (1-2) से हारने के कारण उसकी राह थोड़ी कठिन दिखाई दे रही है। लिहाजा फाइनल में पहुंचने के लिए उसे बाकी बचे दोनों मैचों में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी।