टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के हाथों 3-1 से जिल्लत झेलने के बाद टीम इंडिया मंगलवार से वनडे सीरीज का आगाज कर रही है. जहां एक तरफ भारत हार के दुःस्वप्न से बाहर आने की कोशिश करेगा, वहीं मेजबान टीम की कोशिश टेस्ट सीरीज के दबदबे को आगे बढ़ाने की होगी. हालांकि भारत ने जिस तरह का प्रदर्शन टेस्ट सीरीज में किया था उसको देखते हुए अचानक ही किसी चमत्कार की उम्मीद तो नहीं की जा सकती, लेकिन सच्चाई ये भी है कि जब जब टीम रंगीन कपड़ों में मैदान में उतरती है तो नतीजे कुछ और ही होते हैं.
टीम इंडिया को नई ऊर्जा की है जरूरत
बेशक भारत ने टेस्ट सीरीज में बेहद घटिया प्रदर्शन किया हो लेकिन उम्मीद है कि ब्रिस्टल में एक नई शुरुआत होगी. सच्चाई भी यही है कि जब टीम का मनोबल बहुत गिरा हुआ हो तो उस समय टीम को सिर्फ एक जीत की जरूरत होती है. कोई एक खिलाड़ी अगर धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए अपने दमखम पर मैच जिता दे तो फिर पूरी टीम के तेवर बदले-बदले से नजर आने लगते हैं.
विराट कोहली, शिखर धवन, एमएस धोनी, रोहित शर्मा, सुरेश रैना के रहते भारत की बल्लेबाजी काफी मजबूत है, बस जरूरत है कि वो चल जाए. गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और मोहित शर्मा अगर इंग्लिश कंडीशन का लाभ उठाने में कामयाब रहे तो नतीजा टेस्ट सीरीज के उलट देखने को मिल सकता है. अश्विन के रहते क्या कर्ण शर्मा को मौका मिलेगा ये एक सवाल जरूर है. लेकिन शर्मा ने अभ्यास मैच में जबरदस्त गेंदबाजी करके टीम मैनेजमेंट पर दबाव तो बना ही दिया है. फील्डिंग में टीम इंडिया को थोड़ी चुस्ती दिखानी होगी.
हालांकि टीम में बहुत ज्यादा बदलाव की गुजाइश तो नहीं नजर आती लेकिन कर्ण शर्मा और धवल कुलकर्णी जैसे गेंदबाजों को मौका देना टीम इंडिया के लिए फायदे का सौदा हो सकता है, क्योंकि ये दोनों ही खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में इंडिया ए की ओर से अच्छा प्रदर्शन करके आए हैं और बेहतरीन फॉर्म में हैं.
इंग्लैंड के नए खिलाड़ियों पर रहेगी नजर
इंग्लैंड भी केविन पीटरसन, ग्रीम स्वान और जॉनाथन ट्रॉट के दौर से आगे निकलने के प्रयास में है. सबकी निगाहें इंग्लैंड के युवा ओपनर एलेक्स हेल्स पर होंगी जो आज अपना पहला वनडे खेलेंगे और कप्तान कुक के साथ पारी की शुरुआत करेंगे. हेल्स नॉटिंघमशायर की ओर से अपने अंतिम तीन काउंटी मैच में शतक लगा कर जबरदस्त फॉर्म में हैं. हेल्स कितने घातक हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इंग्लैंड की ओर से टी-20 फॉर्मेट में शतक लगाने वाले वो एकमात्र बल्लेबाज है. टेस्ट सीरीज के हीरो रहे गैरी बैलेंस और जो रूट पर एक बार फिर टीम के मध्यक्रम को संभालने की जिम्मेदारी होगी. इंग्लैंड की गेंदबाजी एक बार फिर जेम्स एंडरसन के इर्दगिर्द ही घूमेगी. वहीं स्टुअर्ट ब्रॉड की गैरमौजूदगी में इंग्लैंड के दूसरे गेंदबाजों पर अच्छे प्रदर्शन का दबाव भी होगा.
आंकड़े
भारत ने इस मैदान में अब तक 3 मैच खेले हैं और नतीजा तीनों में भारत के पक्ष में रहा है.
एलिस्टेयर कुक को वनडे में 3000 रन पूरे करने के लिए सिर्फ 33 रन और चाहिए.
जो रूट को 1000 एकदिवसीय रन पूरे करने के लिए 32 रनों की दरकार है.
मौसम और पिच रिपोर्ट
इस मैदान पर लगभग 4 साल बाद खेले जाने वाले इस मैच में बारिश का साया है और सौ फीसदी बारिश की भविष्यवाणी की गयी है. इस स्टेडियम में फ्लडलाइट्स भी नहीं है तो ऐसे में रौशनी की समस्या मैच में खलल डाल सकती है. अगर पिच की बात करें तो पिच में शुरुआत में थोड़ी नमी रहेगी जिससे तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी, लेकिन बाद में यह पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल हो जाएगी. ब्रिस्टल में रनों की बरसात भी देखी जा सकती है क्योंकि यह मैदान छोटा है.