इंग्लैंड के खिलाफ आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में खराब प्रदर्शन के बाद दक्षिण अफ्रीका के निवृतमान कोच गैरी कर्स्टन ने स्वीकार किया कि उनकी टीम एक बार फिर चोकर साबित हुई।कर्स्टन ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि चोक शब्द ट्विटर पर खूब चल रहा होगा। मैं इसे उस तरह से नहीं देखता था। मुझे लगता था कि आप बेहतर टीम से हारे हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीक…
इंग्लैंड के खिलाफ आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में खराब प्रदर्शन के बाद दक्षिण अफ्रीका के निवृतमान कोच गैरी कर्स्टन ने स्वीकार किया कि उनकी टीम एक बार फिर चोकर साबित हुई।कर्स्टन ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि चोक शब्द ट्विटर पर खूब चल रहा होगा। मैं इसे उस तरह से नहीं देखता था। मुझे लगता था कि आप बेहतर टीम से हारे हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीकियों को कैसे समझायेंगे कि इस मैच में टीम ने दबाव के आगे घुटने नहीं टेके।’ उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि हम फिर चोक कर गए। यह शब्द ही सही है। इसका इस्तेमाल करने में मुझे असहज लगता है लेकिन अब स्वीकार करना ही होगा कि ऐसा ही हुआ है।’भारत के पूर्व कोच ने कहा, ‘यह भयावह शब्द है। हमने इसके बारे में बात की। हम यह कलंक हटाना चाहते थे लेकिन हम अपने प्रदर्शन पर शर्मिंदा हैं।’ कर्स्टन ने कहा कि राष्ट्रीय टीम के साथ खेलते समय दबाव का सामना नहीं कर पाने वाले खिलाड़ी दूसरी टीमों के लिये बेहतरीन खेले हैं। उन्होंने कहा, ‘जब वे दूसरी टीमों के लिये खेलते हैं तो बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीका के लिये खेलते समय दबाव में आ जाते हैं। इससे उबरने के लिये काफी दृढता दिखानी होगी।’