भारतीय पुरूष हाकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड का मानना है कि बेल्जियम और आस्ट्रेलिया के खिलाफ एफआईएच प्रो लीग के मुकाबलों में उनकी टीम को आमने सामने की टककर और थ्री डी कौशल में सुधार लाना होगा। भारतीय टीम ने प्रो लीग में शानदार पदार्पण करते हुए दुनिया की तीसरे नंबर की टीम नीदरलैंड को 5-2 से हराया। इसके बाद दूसरे मैच में शूटआउट में 3-1 से जीत दर्ज की। भारत को पहले मैच से 5 अंक मिले। अब उसे आठ और नौ फरवरी को विश्व चैम्पियन बेल्जियम से खेलना है।
रीड ने कहा कि अच्छी बात यह है कि हम दूसरे मैच में जीत के लिये जूझते रहे। कई बार जूझना अच्छा होता है और काफी कुछ सीखने को मिलता है। हम इसी वजह से आक्रामक होकर वापसी भी कर सके। उन्होंने कहा कि हमें आमने सामने की टक्कर और त्रिआयामी कौशल का विकास करना होगा। इससे पेनल्टी कार्नर बनाने और भुनाने में मदद मिलेगी।
ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह ने कहा कि दो साल में टीम काफी परिपक्व हो गई है। उन्होंने कहा कि दो साल पहले हम शुरूआती गोल गंवा देते थे और वापसी नहीं कर पाते थे। लेकिन अब हम परिपक्व हो गए हैं। खिलाड़ी जिम्मेदारी ले र हे हैं और कोच की सलाह पर अमल कर रहे हैं।