लंदन। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी बेहद कम इंटरव्यू देते हैं और अपने मन में छिपे भावों को उजागर नहीं करते। लेकिन हाल ही में एक क्रिकेट वेबसाइट को दिए इंटरव्यू ने उन्होंने अपने दिल के राज खोल डाले। धोनी ने 2011 में वर्ल्ड कप जीत से लेकर पारिवारिक जीवन, बच्चों और सेना सभी पर बात की। धोनी वर्ल्ड कप जीतने को अपनी सबसे बड़ी उपलब्घि नहीं मानते। धोनी के लिए देश और माता-पिता के बाद पत्नी साक्षी का महत्व है। साथ ही बताया कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वे क्या करेंगे।
सेना में रैंक मिलना सबसे बड़ी उपलब्घि
धोनी ने कहाकि वर्ल्ड कप जीतना काफी स्पेशल था क्योंकि भारत में इसके चलते कई चेहरों पर खुशी आई। लेकिन निजी रूप से सेना में रैंक मिलना उनके लिए बड़ी बात थी। उन्होंने कहा, बचपन से ही मैं हथियारों, युद्धों और टैंक के बारे में पढ़ता रहा। मुझे सेना में गहरी रूचि है। मेरे कई दोस्त सेना में हैं जो मुझे बताते हैं कि वे किस तरह अपना काम करते हैं। जब मैं सेनाध्यक्ष से मिला तो सेना को लेकर मेरी दिलचस्पी उन्हें बताई। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और मैं सेना की पैराशूट रेजीमेंट में लेफिटनेंट कर्नल बन गया।
साक्षी से ज्यादा देश और माता-पिता की अहमियत
धोनी ने कहाकि मुझे अपने देश से प्रेम हैं। मैंने अपनी पत्नी साक्षी को बताया कि देश और माता-पिता के बाद मेरे जीवन में तुम्हारा तीसरा स्थान है। साक्षी की अपने जीवन में अहमियत पर धोनी ने कहा, साक्षी मुझे वह स्पार्क देती है जिसकी कई मौकों पर मुझे जरूरत होती है। वह ऎसा व्यक्तित्व है जिससे मैं जुड़ा हुआ हूं। वह मुझे प्यार भी करती है और प्रेरित भी। कई बार वह मेरे साथ यात्रा करती है लेकिन उसकी यात्रा सुरक्षित बनाने की चिंता नहीं हो तो क्रिकेट और आसान हो जाता है। एक दिन हम दोनों साथ मिलकर घूमेंगे और तब वह कहेगी क्या वे मेरी प्राथमिकताओं में दूसरे नंबर पर आ सकती है।
खेलते रहना ही मेरी चाहत
धोनी ने कहाकि वे नतीजों से ज्यादा काम करने की प्रक्रिया में ज्यादा विश्वास करत हैं। उन्होंने कहा, यदि आप अपने काम को लेकर पूरी तरह तैयार हैं तो मुझेे नतीजे से कोई समस्या नहीं। यदि आप पूरी तरह से फोकस थे लेकिन कैच छूट गया तो कोई बात नहीं। यदि आप उस समय फोकस नहीं थे तो मुझे परेशानी होगी। लोग मुझसे पूछते हैं कि मेरी चाहत क्या है तो मेरा जवाब है अच्छा खेलना और जीतना। मैं चाहता हूं भारत के लोग हम सब पर गर्व करें।
कड़वी लगती है शराब, इसलिए नहीं पीता
मुझे शराब का स्वाद कड़वा लगता है इसलिए मैं नहीं पीता। इसी तरह से मेरी पत्नी साक्षी चाहती है कि मैं मछली खाऊं। लेकिन मुझे मछलियां पसंद नहीं। लेकिन औरों को पसंद है तो मुझे कोई परेशानी नहीं। लोग किस तरह जीना चाहते हैं मुझे इसकी परवाह है। इसीलिए अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ मेरे हीरो है। और मुझे युवा प्रतिभा अजिंक्या रहाणे भी अच्छा लगता है। धोनी ने कहाकि मैं फिर से लम्बे बाल नहीं रखूंगा।
अनुशासित हो मेरे बच्चे
बच्चों के बारे में पूछा गया तो माही ने कहाकि हम इसका अभ्यास कर रहे हैं। चाहता हूं कि वे अनुशासित, मनोरंजक और जैसा वे खुद के साथ बर्ताव करते हैं वैसा ही दूसरो के साथ भी करें। धोनी ने कहाकि टीम इंडिया में एक तेज सीम ऑलराउंडर चाहते हैं।