भले ही बीसीसीआई ने आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया हो लेकिन मोदी अभी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।

मोदी ने कहा, “अभी बोर्ड का दिन है लेकिन आखिरी दांव मेरा होगा। मैं कहीं नहीं जा रहा हूं और मैं यही हूं।”

ललित मोदी ने बीसीसीआई सदस्यों पर बोर्ड अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा, “मेरे विचार से मैच फिक्सिंग मसले पर प्रशंसक काफी निराश हुए हैं। यह काफी दुखद है कि उन्होंने उस इंसान पर प्रतिबंध लगा दिया जिसने लीग की स्थापना की लेकिन जिन लोगों ने मैच फिक्स किए हैं वह बोर्ड को चला रहे है और बीसीसीआई सदस्य उन्हें बचा रहे हैं। यह मसला मेरे लिए बेहद आसान हैं।”

आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ने कहा, “ब्रांड किसी एक इंसान की तुलना में बड़ा है। लेकिन मेरे नाम से आईपीएल की शादी हुई है। मैं आईपीएल का रचनाकार हूं। यह एक मुश्किल सपना था लेकिन मैंने इसे महसूस किया। मैंने कुछ चीजें की लेकिन मैं इस लीग में विस्तार चाहता था। लेकिन अब यह पीछे की दिशा में जा रही है। मैं नियमों में कठोरता चाहता था लेकिन साथ ही इसे पारदर्शी भी बनाना चाहता था।”

ललित मोदी का मानना है कि सभी फ्रेंचाइजी मालिक खेल को चलाने के लिए जिम्मेदार हैं लेकिन संभवत: बीसीसीआई इस खेल पर से अपना नियंत्रण नहीं खोना चाहती।

इस बीच जब ललित मोदी से वित्तीय अनियमितताओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं नहीं जानता कि वे क्या कह रहे हैं। मैं बीसीसीआई के लिए आठ बिलियन डॉलर लाया। मैंने बीसीसीआई के हितों की रक्षा करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने मुझपर फ्रेंचाइजियों को तोड़ने मरोड़ने का आरोप लगा दिया। मेरे जाने के बाद दो फ्रेंचाइजी डक्कन चार्जर्स हैदराबाद और कोच्चि टस्कर्स लीग से हट गईं और बीसीसीआई को 700 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। इसके बाद मुझे वित्तीय अनियमितताओं का आरोपी बना दिया।”

ललित मोदी ने एन श्रीनिवासन पर अपना गुस्सा उतारते हुए उन्हें मास्टर मैच फिक्सिर कहा। साथ ही मोदी ने कहा, “मैं आगे बढ़ गया हूं। मैं जल्द ही एक ग्लोबल लीग से जुड़ूंगा। पूरी दुनिया की खेल बिरादरी में कई लोग हैं जो मुझे बोर्ड में चाहते हैं।”

By parshv