भारतीय मूल के सूंदर पिचाई गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के भी सीईओ बन गए हैं। वह पहले से ही पिछले चार साल से गूगल के सीईओ का पदभार संभाल रहे हैं। अल्फाबेट और गूगल के प्रबंधन में हुए इस फेरबदल से पिचाई दुनिया के सबसे शक्तिशाली सीईओ में से एक बन गये हैं।
अल्फाबेट ने मंगलवार को बताया कि पेज और ब्रिन क्रमश: सीईओ और अध्यक्ष का पद छोड़ रहे हैं। इसके बाद गूगल के मौजूदा सीईओ पिचाई (47) अब अल्फाबेट के सीईओ का पद संभालेंगे। यह फेरबदल ऐसे समय हुआ है जब गूगल को कंपनी के वृहद आकार, सूचनाओं की गोपनीयता एवं सुरक्षा को लेकर कंपनी का रवैया तथा समाज पर संभावित प्रभाव को लेकर जांच के बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
दोनों सह-संस्थापकों ने एक सार्वजनिक पत्र में कहा कि अब अल्फाबेट अच्छे से स्थापित हो चुकी है और गूगल समेत अन्य सहायक कंपनियां स्वतंत्र तरीके से प्रभावी परिचालन कर रही हैं, ऐसे में यह स्वाभाविक समय है कि प्रबंधन के स्वरूप को सरल बनाया जाये। उन्होंने कहा, ‘‘हम उन लोगों में कभी नहीं रहे कि जब कंपनी को चलाने का बेहतर तरीका उपलब्ध हो, तब भी प्रबंधन में बने रहें। और अब अल्फाबेट तथा गूगल को दो अलग सीईओ के साथ एक अध्यक्ष की जरूरत नहीं है। आने वाले समय में सुंदर गूगल के साथ अल्फाबेट के भी सीईओ होंगे। वह गूगल का नेतृत्व करेंगे तथा अल्फाबेट के अन्य कारोबार में निवेश का प्रबंधन करेंगे।” दोनों सह-संस्थापक अल्फाबेट के निदेशक मंडल में बने रहेंगे।
सुंदर पिचाई का बयान
पिचाई ने कहा कि इस बदलाव से अल्फाबेट की संरचना या उसके काम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने लिखा, ‘‘मैं गूगल पर अपना ध्यान केंद्रित करता रहूंगा और साथ ही कम्प्यूटिंग के दायरे को बढ़ाने, गूगल को हर किसी के लिए अधिक मददगार बनाने के अपने काम को करता रहूंगा।”
उन्होंने अपने ईमेल में कहा, ‘‘साथ ही मैं अल्फाबेट और टैक्लॉनोजी के जरिए बड़ी चुनौतियों से निपटने के उसके दीर्घकालिक उद्देश्य को लेकर उत्साहित हूं।”