मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने प्रदेश में एक्यूट इंसेफ़्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) बीमारी की रोकथाम को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि बिहार में इस बीमारी के प्रकोप से 170 बच्चों की दु:खद मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने इस त्रासदी के शिकार बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रदेश में सभी स्वास्थ्य अधिकारी सर्तक रहें और किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें।
मुख्यमंत्री श्री नाथ ने बताया कि प्रदेश में इस बीमारी के कोई भी लक्षण अभी तक सामने नहीं आए हैं, लेकिन हमें पूर्व से ही सतर्कता और सावधानी बरतने की आवश्यकता है, ताकि कोई भी बच्चा इसका शिकार न हो पाए। श्री नाथ ने कहा कि बीमारी के लक्षण का कोई भी मामला संज्ञान में आने पर तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाएँ और एहतिहात के सारे उपाय किए जाएँ। इसको लेकर कोई भी लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
श्री नाथ ने कहा कि बीमारी की रोकथाम के लिए जिन भी संसाधनों की आवश्यकता हो, तत्काल शासन के संज्ञान में लाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों को सूचित किया जाए कि इस बीमारी के लक्षण का कोई भी मामला सामने आने पर तुरंत जानकारी दी जाए।
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से कहा है कि इस बीमारी को लेकर घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, सिर्फ सतर्क रहें। उन्होंने बताया कि सरकार इस बारे में बहुत गंभीर है और इसकी रोकथाम के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।