एचडीएफसी के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी केकी मिस्त्री ने कहा है कि ब्लैक मनी को कम करने के लिए टैक्स की दरों को नीचे लाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि टैक्स की दरें काफी ऊंचे स्तर पर हैं. इन्हें नीचे लाने से राजस्व संग्रह तो सुधरेगा ही, कालेधन में भी कमी लाई जा सकेगी. हालांकि, मिस्त्री ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि उन्हें टैक्स की दरों में तत्काल किसी बदलाव की उम्मीद नहीं है, क्योंकि आम चुनाव की वजह से अगला बजट अंतरिम बजट मात्र होगा. आम चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं.
मिस्त्री ने कहा, “लोगों की ओर से हमेशा ही अधिक लाभ देने और टैक्स घटाने की मांग रहेगी, लेकिन इसी के साथ उस समय की सरकार को यह देखना होगा कि खाते की वित्तीय स्थिति कैसी है.”
मिस्त्री ने यहां आईसीएआई की संगोष्ठी के मौके पर कहा, “मेरी व्यक्तिगत राय है कि हमें टैक्स की दरों को नीचे लाने की जरूरत है. अभी जो थोड़ा बहुत कालेधन का सृजन हो रहा है वह टैक्स की ऊंची दरों की वजह से है. अगर आप टैक्स की दरों को नीचे लाते हैं तो आप लोगों की टैक्स अदा नहीं करने की मंशा को भी नीचे ला सकते हैं.”
एचडीएफसी के उपाध्यक्ष ने कहा कि टैक्स की दर कम होने से अधिक पैसा आएगा. हालांकि, इसके साथ ही सरकार को अपनी राजकोषीय स्थिति का भी ध्यान रखना होगा. मिस्त्री ने उम्मीद जताई कि नई सरकार के जरिए पेश किए जाने वाले पूर्ण बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर अधिक ध्यान दिये जाने की उम्मीद है.