मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज केंद्र सरकार द्वारा जारी बाघ गणना आकलन रिपोर्ट में मध्यप्रदेश को बाघ प्रदेश का दर्जा पुनः हासिल होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए प्रदेश के सभी नागरिकों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि बाघ मध्यप्रदेश की पहचान हैं। यह भी साबित हो गया है कि मध्यप्रदेश के वन, बाघों और अन्य वन-जीवों के लिए सबसे सुरक्षित रहवास है। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे पर्यावरण संरक्षण के लिए हमेशा तत्पर रहें।
मुख्यमंत्री ने सभी राष्ट्रीय उद्यानों और अभ्यरण्यों के प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों को विशेष रूप से बधाई दी है। उन्होंने बाघ संरक्षण से जुड़ी सभी संस्थाओं, व्यक्तियों, विशेषज्ञों को भी बधाई दी, जिन्होंने बाघों के संरक्षण के प्रति समय-समय पर अपनी चिंता जताई और सरकार का ध्यान आकर्षित किया।
श्री कमल नाथ ने कहा कि पन्ना टाइगर रिज़र्व ने बाघों के संरक्षण में अनूठा कार्य किया है, जो वन्य-जीव प्रबंधन और संरक्षण की मिसाल बन गया। उन्होंने वन विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष रूप से बधाई दी है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर बाघों की संख्या पर रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट में देश में बाघों की कुल संख्या 2967 पहुँच गई है। इसमें मध्यप्रदेश 526 बाघों के साथ देश में पहले स्थान पर है।