जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अटल बिहारी वाजपेयी जैसा सहनशील बनने की सलाह दी, ताकि सभी लोग उन्हें स्वीकार कर सकें।नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) प्रमुख ने भाजपा पर विभाजनकारी एजेंडा पर आगे बढऩे का भी आरोप लगाया।
भगवान राम समूचे ब्रह्मांड के हैं
फारूक ने दावा किया कि जब जवाहरलाल नेहरू ने पहली बार लाल किले पर तिरंगा फहराया था, तब उन्होंने कभी नहीं सोचा होगा कि भविष्य में एक ऐसी पार्टी सत्ता में आएगी जो देश को बांटने की कोशिश करेगी। अंग्रेजों ने देश को भारत एवं पाकिस्तान में बांट दिया और यदि सत्तारूढ़ पार्टी अपने विभाजनकारी एजेंडा पर आगे बढ़ती रही तो देश के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा दावा करती है कि भगवान राम उनके हैं लेकिन धर्मग्रंथों के मुताबिक भगवान राम समूचे ब्रह्मांड के हैं और केवल हिंदुओं के नहीं हैं।
पीएम के बयानों से होता है अफसोस
पूर्व मुख्यमंत्री ने मोदी को वाजपेयी जैसा सहनशील बनने की सलाह देते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री हैं। उन्हें उस स्तर तक उठना होगा और छोटे-मोटे मुद्दों में नहीं उलझना होगा। कभी-कभी उनके बयानों के लिए मुझे अफसोस होता है। उन्होंने कहा कि कृपया सहिष्णुता की भावना सीखिए प्रधानमंत्री साहिब। यदि आपको यह देश चलाना है तो आपको सहनशील बनना पड़ेगा और अन्य लोगों द्वारा अपनी स्वीकार्यता सुनिश्चित करनी होगी। वाजपेयी जी की तरह सहनशील बनिए।
संघर्षों का हल युद्ध नहीं
फारूक ने दावा किया कि देश नेहरू के चलते ही आज एकजुट है। उन्होंने यह भी कहा कि संघर्षों का हल युद्ध नहीं है। हम अपने-अपने घरों में सुरक्षित रहेंगे लेकिन जवान अपनी जान गवाएंगे। हमें चीन और पाकिस्तान के साथ युद्ध करने की जरूरत नहीं है। हम चाहते हैं कि वे देश भी तरक्की करें और समृद्ध बनें।