लोकसभा चुनाव के परवान चढ़ते ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करना तेज हो गया है. गुरुवार को रायबरेली में सोनिया गांधी के नामांकन करने के बाद राहुल ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भ्रष्टाचार पर बहस करने की चुनौती दी. राहुल ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री हां करें तो वह रेस कोर्स आकर बहस करने को तैयार हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती देते हैं कि वह भ्रष्टाचार पर उनसे बहस कर लें. राहुल ने कहा कि बहस हुई तो पता चल ही जाएगा कि चौकीदार चोर है. उन्होंने इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के द्वारा राफेल पर पुनर्विचार याचिका को स्वीकार करने का भी तर्क दिया.
बता दें कि राफेल पर पहले केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिली थी, लेकिन बुधवार को ही कोर्ट ने एक अखबार द्वारा छापे गए कागजों को दस्तावेज मान लिया. वहीं, राफेल पर पुनर्विचार याचिका स्वीकार कर ली. तभी से ही कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर दोबारा हमलावर है, राहुल ने बुधवार को भी कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया है चौकीदार ने चोरी की है.
राहुल गांधी पहले भी नरेंद्र मोदी को बहस करने की चुनौती दे चुके हैं. राहुल कई मौकों पर कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री 15 मिनट के लिए राफेल, भ्रष्टाचार, सुरक्षा के मुद्दे पर उनसे बहस कर लें. प्रधानमंत्री 15 मिनट भी उनके सामने टिक नहीं पाएंगे.
राफेल विवाद के बाद ही राहुल गांधी ने ‘चौकीदार चोर है’ का नारा दिया था, तभी से वह इस बात पर आगे बढ़ रहे हैं. राहुल ने वादा भी किया है कि अगर उनकी सरकार आएगी तो वह राफेल के कागजातों की जांच कराएंगे और चौकीदार जेल में होगा.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इन आरोपों को निराधार बताते आए हैं. बीजेपी ने ‘चौकीदार चोर है’ के खिलाफ ‘मैं भी चौकीदार’ का कैंपेन चलाया.