कांग्रेस के निलंबित नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में एक बार फिर से विवादित बोल बोले हैं। उन्होंने भारत की मौजूदा स्थिति को असमान्य तक करार दिया है। लाहौर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मणिशंकर ने कहा, ‘भारत की मौजूदा स्थिति असामान्य है। वर्ष 1923 में वीडी. सावरकर नाम का एक व्यक्ति हुआ था, जिन्होंने ‘हिंदुत्व’ शब्द का ईजाद किया था। इस शब्द का किसी भी धार्मिक ग्रंथ में उल्लेख नहीं है। लिहाजा, द्विराष्ट्र सिद्धांत के पहले प्रतिपादक वह व्यक्ति थे जो वर्तमान में भारत की सत्ता में मौजूद लोगों के वैचारिक गुरु थे।’ यह कोई पहला मौका नहीं जब मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में जाकर विवादास्पद बयान दिया है।
उन्होंने रविवार (6 मई) को मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पाकिस्तान के संस्थापक को ‘महान इंसान’ करार दिया था। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर हिंदुत्व की अवधारणा पेश करने का आरोप लगाया था। साथ ही कहा था कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से कायदे आजम जिन्ना की तस्वीर को सरकार के गुंडों ने हटा दी है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मणिशंकर के बयान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने कांग्रेस पर गुजरात चुनाव की तरह ही कर्नाटक चुनाव में भी पाकिस्तान को शामिल करने का आरोप लगाया था।
मणिशंकर अय्यर ने फरवरी में कराची में विवादस्पद बयान दिया था। उन्होंने क्षेत्र में शांति बहाली के लिए पाकिस्तान द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की थी। वहीं, भारत के रुख पर गहरी निराशा व्यक्त की थी। उनके बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था। भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के बयान पर कांग्रेस को आड़े हाथ लिया था। मणिशंकर ने एक कार्यक्रम में कहा था, ‘भारत को अपने पड़ोसी से प्यार करना चाहिए। द्विपक्षी संबंधों को सामान्य करने की दिशा में पाकिस्तान ने जबरदस्त प्रगति की है, लेकिन भारत का रवैये में मामूली बदलाव आया है। कश्मीर और भारत में आतंकी भेजना दो प्रमुख मुद्दे हैं। आतंकवाद के मसले पर आप (पाकिस्तान) चाहते हैं कि हमलोग उसे निपटाएं और हम चाहते हैं कि पाकिस्तान उससे निपटे।’ मणिशंकर का बयान ऐसे समय सामने आया था जब पाकिस्तान की ओर से कश्मीर से लगती सीमा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा था।