होंडा मोटरसाइकिल देश की नंबर वन दुपहिया कंपनी बनने की दौड़ में बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है और ऐसा लगता है कि बहुत जल्द यह अपनी कॉम्पिटीटर कंपनियों बजाज और हीरो मोटोकॉर्प को पछाड़ कर नंबर वन की कुर्सी पर काबिज हो जाएगी।
होंडा मोटरसाइकिल की ब्रिकी में लगातार इजाफा हो रहा है, वहीं बजाज और हीरो मोटरकॉर्प की ब्रिकी में गिरावट देखने को मिल रही है। अप्रैल…
होंडा मोटरसाइकिल देश की नंबर वन दुपहिया कंपनी बनने की दौड़ में बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है और ऐसा लगता है कि बहुत जल्द यह अपनी कॉम्पिटीटर कंपनियों बजाज और हीरो मोटोकॉर्प को पछाड़ कर नंबर वन की कुर्सी पर काबिज हो जाएगी।
होंडा मोटरसाइकिल की ब्रिकी में लगातार इजाफा हो रहा है, वहीं बजाज और हीरो मोटरकॉर्प की ब्रिकी में गिरावट देखने को मिल रही है। अप्रैल में हीरो की मोटरसाइकिल बिक्री 12.5 फीसद लुढ़ककर 4,32,657 रह गई। पिछले साल के समान माह में कंपनी ने 4,94,473 मोटरसाइकिलें बेची थीं। इसी तरह अप्रैल में बजाज ऑटो की बिक्री भी 0.19 फीसद की गिरावट के साथ 1,99,838 हो गई। पिछले साल इस महीने कंपनी ने 2,00,228 मोटर साइकिलें बेची थीं।
दूसरी ओर अप्रैल में होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआइ) की बिक्री 48.76 फीसद के उछाल के साथ 1,15,536 पर पहुंच गई। पिछले साल कंपनी ने अप्रैल में 77,665 दोपहिया वाहन बेचे थे। बिक्री के यह हालात केवल अप्रैल महीने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि एचएमएसआइ की बिक्री पूरे वित्त वर्ष 2012-13 में 53.77 फीसद उछलकर 11,86,726 वाहन हो गई। इससे पिछले साल कंपनी ने 7,71,715 दोपहिया वाहन बेचे थे। वहीं बीते साल हीरो की बिक्री 4.72 फीसद घटकर 53,62,730 हो गई। इससे पिछले साल कंपनी ने 56,28,513 दोपहिया वाहन बेचे थे। बीते साल बजाज की घरेलू बिक्री भी चार फीसद घटकर 24,63,863 वाहन हो गई। इससे पिछले साल कंपनी ने 25,66,757 दोपहिया वाहन बेचे थे।
होंडा बेहतरीन रणनीति के साथ भारतीय बाजार में आगे बढ़ रही है। इसने हीरो के लिए अहम माने जाने वाले 100 सीसी से 110 सीसी सेगमेंट में सबसे ज्यादा सेंध लगाई है। इस श्रेणी में होंडा ने अप्रैल में 32,982 गाड़ियां बेचीं। पिछले साल यह बिक्री केवल 7,290 रही थी। दूसरी ओर इस सेगमेंट में हीरो की बिक्री 15.2 फीसद घटकर 3,55,460 रह गई। पिछले साल कंपनी ने इस श्रेणी में 4,19,199 मोटरसाइकिलें बेची थीं।
बता दें कि वर्ष 2010 में हीरो समूह से गठजोड़ समाप्त करने के बाद होंडा ने देश के दोपहिया वाहन बाजार में नंबर वन बनने का लक्ष्य रखा था। इसके तहत कंपनी वर्ष 2019-20 तक सालाना एक करोड़ दोपहिया वाहन उत्पादन की योजना बनाई है। इस समय तक देश में कंपनी के कुल आठ विनिर्माण संयंत्र होंगे।